देवगढ़ (राजसमंद). जिले की प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में पहचान रखने के बावजूद भी कुंभलगढ़ दुर्ग तक जाने वाला सड़क मार्ग सालों से उपेक्षा का शिकार है. स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था और संरक्षण के लिए तरस रहा है. राहगीरों और पर्यटकों के लिए इस ऐतिहासिक स्थल तक पहुंचने की राह बदहाली के चलते अब आसान नहीं रही है.
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कुंभलगढ़ ब्लॉक मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर स्थित कुंभलगढ़ दुर्ग तक पहुंचने के लिए आमजन को तंग, संकरी, गड्ढों से भरी और क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग से गुजरना होता है. कुंभलगढ़ दुर्ग को जाने वाली इस 7 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग को तय करने में विशेष अवसरों जैसे- शनिवार, रविवार, छुट्टी का दिन, शीतकालीन अवकाश, ग्रीष्मकालीन अवकाश, नववर्ष, दीपोत्सव, फागोत्सव, शिवरात्रि, आदि दिनों में एक से डेढ़ घंटे तक का समय लग जाता है.
साथ ही यहां पार्किंग की अव्यवस्था भी अच्छी नहीं होने की वजह से आए दिन जाम लगना आम बात हो चुकी है. बारिश का मौसम गुजर जाने के 6 माह बाद भी क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग की मरम्मत तक नहीं हो पाई है.
जिससे रोड पर जगह-जगह गहरे गड्ढे पड़े हुए हैं और सड़क मार्ग के दोनों ओर सुरक्षा उपायों का नितांत आभाव है. ऐतिहासिक धरोहर कुंभलगढ़ दुर्ग और इसकी विशाल प्राचीनता को निहारने के लिए देश विदेश से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते हैं.
इसलिए इस दुर्ग तक पहुंचने वाले सभी सड़क मार्ग, सुरक्षित, स्वच्छ और दुरुस्त होने चाहिए. साथ ही रोडवेज सुविधा और पार्किंग सुविधा का विशेष ध्यान देकर स्थल की गरिमा और गौरव को संरक्षित रखना बेहद जरूरी है.