राजसमंद. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के निर्देशन और जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल के प्रयासों से मुख्यालय स्थित एतिहासिक राजसमंद झील पर जल्द स्पोर्ट्स गतिविधियां आरंभ होने वाली है. इसके लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर कार्यादेश जारी कर दिया गया है. समूचे उत्तर भारत में वृहद स्तर पर आरंभ होने वाली वाटर स्पोर्ट्स की ये गतिविधियां जिले में पर्यटन को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाएगी.
राजसमंद में पर्यटन इतिहास के नए अध्याय की होगी शुरूआत
वर्तमान में उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर कहीं भी इतनी वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का संचालन नहीं किया जा रहा है. राजसमंद झील में आरंभ होने वाली इन गतिविधियों से यह जिला एक टूरिस्ट हब बनकर उभरेगा. जिससे जिले में पर्यटन के बहुआयामी विकास की संभावनाओं को अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकेंगे. यह गतिविधियां प्रभावी सुरक्षा इंतजामों के साथ संपादित की जाएगी.
जिससे लोगों को सुरक्षा के साथ वाटर स्पोर्ट्स के अपार आनंद और मानसिक संतुष्टि की प्राप्ति होगी. जिले में शीघ्र आरंभ होने वाली यह गतिविधियां पर्यटकों को प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर, नौचोकी पाल सहित आसपास के एतिहासिक, धार्मिक पर्यटन क्षेत्रों की ओर भी आकर्षित करेंगी. जिससे उनके मन-मस्तिष्क में जिले के एतिहासिक ज्ञान और दृष्टिकोण की अभिवृद्धि होगी.
यह गतिविधियां होंगी आयोजित
जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी अनुसार राजसमंद झील में पैरासिलिंग, कायकिंग, बनाना राइड, स्पीड बोट, बंपर राइड, किड्स बंपर बोट, एक्वा साइकिल, एक्वा रोलर आदि गतिविधियां आरंभ की जाएगी. इन गतिविधियों से बच्चों, बड़ों, युगल सहित सभी वर्गों के लिए मनोरंजन हो सकेगा और पानी में साहसिक गतिविधियों के शौकीन लोगों के लिए यह आकर्षण का केन्द्र बनेगी.
जिले का होगा आर्थिक विकास
किसी भी क्षेत्र के विकास में पर्यटन का बड़ा महत्व होता है. राजसमंद झील पर शीघ्र आरंभ होने जा रही वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों से लोगों को रोजगार मिलेगा. जिससे जिले का आर्थिक विकास होगा.
संरक्षण के साथ ही बंद होगी अवैध गतिविधियां
राजसमन्द झील पर इन गतिविधियों के संचालन से झील में अवैध रूप से मत्स्याखेट करने वाले असामाजिक तत्वों पर भी अंकुश लगेगा. इस झील का चौतरफा संरक्षण और संवर्धन संभव हो सकेगा. इन गतिविधियों के संचालन से झील और भी सुंदर और स्वच्छ रहेगी.