देवगढ़ (राजसमंद). जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र में मंगलवार देर शाम बाइक और ट्रेलर की भिड़ंत में बाइक सवार की मौत हो गई थी. मामले को लेकर ग्रामीण पिछले दो दिन से मुआवजे की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके चलते मृतक का शव पिछले दो दिनों से देवगढ़ अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ था. लेकिन गुरुवार को पुलिस के समझाने के बाद ग्रामीण शव लेने के लिए राजी हो गए. जिसके बाद मृतक का पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. साथ ही पुलिस ने ट्रेलर चालक के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है.
बता दें कि, गुरुवार सुबह दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद ट्रेलर मालिक मृतक के परिजनों को 2 लाख 50 हजार रुपए देने के लिए राजी हो गया था. लेकिन ट्रेलर मालिक की मांग थी कि मुआवजा देने के बाद पुलिस थाने में किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज कराया जाएगा. इस पर ग्रामीणों ने मुआवजे के पैसा लेने से मना कर दिया. वहीं, पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह रावत ने मृतक के परिजनों को सहायत राशि के तौर पर एक लाख का चेक प्रदान किया है.
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वहीं, बुधवार को दिनभर ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर अस्पताल परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहे. शाम को ग्रामीणों ने देवगढ़ उपखंड अधिकारी शक्ति सिंह भाटी को ज्ञापन सौंपा भी था. जिसमें लिखा था कि, मुआवजा नहीं मिलने पर लगातार प्रदर्शन किए जाएंगे. शाम को धरना प्रदर्शन के बाद परिजन और ग्रामवासियों ने देवगढ़ नगर पालिका कार्यालय के सभागार में रात्रि विश्राम किया. उसके बाद वहां से वापस एकत्र होकर आंजना चौराया पहुंचे जहां, रास्ता जाम करने की योजना के फलस्वरुप कुछ संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीण इकट्ठा भी हुए. लेकिन पुलिस को पहले ही इसकी जानकारी लग गई. जिसपर देवगढ़ पुलिस थाना अधिकारी सहित बड़ी संख्या में जाप्ता मौके पर पहुंचा गया. जिसे देख वहां मौजूद भीड़ तितर-बितर हो गई.