राजसमंद. जिले के खमनोर ग्राम पंचायत सेमा में लंबे समय से पैंथर का आतंक व्याप्त था. वन विभाग द्वारा पूर्व में कई बार पिंजरा लगाकर पैंथर को पकड़ने के प्रयास किए, लेकिन पैंथर पिंजरे में नहीं आया. 21 सितंबर को पुनः वन विभाग ने सेमा ग्राम पंचायत के कतुरिया का पाड़ा में पिंजरा लगाया, लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी पैंथर पिंजरे में नहीं आया.
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इतना ही नहीं, पिंजरे के आगे के हिस्से में ग्रामीणों ने गधे के बच्चे को छोड़ दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने पिंजरे में हलचल की आवाज सुनी. जिसके बाद ग्रानीणों ने पिंजरे के पास जाकर देखा तो पिजरे में नर पैंथर कैद हो गया. इस पूरी घटना की जानकारी ग्रामीणों ने सरपंच को सूचना दी. जिसके बाद सरपंच संदीप श्रीमाली ने मौके पर पहुंच कर वन विभाग को सूचना दी. पैंथर के पिंजरे में कैद होने की सूचना मिलते ही गांव के महिला और पुरुष पैंथर को देखने के लिए मौके पर पहुंचे.
सूचना पर खमनोर थाने से सहायक उप निरीक्षक राम सिंह यादव, घनश्याम सिंह और आम सूचना अधिकारी चोखा राम विश्नोई मौके पर पहुंचे और पिंजरे के आसपास से लोगों को हटाया. कुछ समय बाद वन विभाग से वनपाल राजेश मेहता, वनपाल रतन लाल और वनरक्षक नंदू गमेती मौके पर पहुंचे. जहां से पैंथर के मय पिंजरे साहित गाड़ी में भरकर पीपरड़ा नर्सरी लेकर गए. जहां पर इलाज करवाकर सुरक्षित जगह छोड़ दिया गया.