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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सांसद दीया कुमारी ने की वार्ता, 5% GST के साथ मार्बल को विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग

राजसमंद में शनिवार को सांसद दीया कुमारी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से ऑडियो ब्रिज के माध्यम से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने मार्बल पर जीएसटी घटाने के साथ ही मार्बल व्यवसाय को बचाने के लिए विशेष पैकेज की मांग की.

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Published : Jun 7, 2020, 3:47 PM IST

मार्बल को विशेष आर्थिक पैकेज, Demand to reduce GST on marble
दीया कुमारी ने वित्त मंत्री से की वार्ता

राजसमंद. कोरोना वायरस के चलते अपने दिल्ली आवास से रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से ऑडियो ब्रिज के माध्यम से बात करते हुए सांसद दीया कुमारी ने पूरे संसदीय क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया. साथ ही मार्बल पर जीएसटी घटाने के साथ ही मार्बल व्यवसाय को बचाने के लिए विशेष पैकेज की मांग की.

सांसद दीया कुमारी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अनुरोध करते हुए कहा कि मार्बल उद्योग के साथ रोजगार को पटरी पर लाना है, तो टैक्स स्लैब में रियायत देना अनिवार्य है. लंबे समय से मार्बल उद्योग मंदी की गिरफ्त में था और लॉकडॉउन ने तो इस व्यापार को पूरी तरह से निस्तेज कर दिया है. व्यवसाय से जुड़े क्षेत्रवासी मार्बल के भविष्य को लेकर चिंताग्रस्त है.

पढ़ेंः 'कोरोना काल के दौरान स्कूलों में मिड-डे मील का निर्माण खतरनाक साबित हो सकता है'

सांसद दीयाकुमारी ने सुझाव देते हुए कहा कि मार्बल व्यवसाय को वापस स्थापित करने और सिरेमिक टाइल्स के समकक्ष खड़ा करने के लिए मार्बल पर लगने वाले टैक्स को कोटा स्टोन की तरह 5 प्रतिशत किया जाना चाहिए. मार्बल कोई विलासिता की वस्तु नहीं रह गया है. जिस पर 18 प्रतिशत टैक्स आरोपित किया जाए. व्यवसाय की यही गति रही तो लाखों बेबस गरीब लोग दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर हो जाएंगे.

सांसद ने कहा कि ओजीएल होने के कारण विदेशी मार्बल जो कि भारत में आयात हो रहा है. उसमें टैक्स को बढ़ाया जाए, जिससे भारत में उत्पादित मार्बल की वैश्विक मांग बढ़ सके और आत्मनिर्भर भारत में मार्बल व्यवसाय भी अपना योगदान दे सके. लोकल को वोकल करने के साथ-साथ ही उसको ग्लोबल भी किया जा सके. साथ ही मार्बल एक्सपोर्ट की प्रक्रियाओं को सरल किया जाए.

पढ़ेंः अलवर: Corona केस मिलने के बाद क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों पर पथराव

छोटे कारोबारियों के द्वारा जीएसटी रिटर्न भरे जाने पर होने वाले विलंब के ऊपर जो पैनल्टी लगायी जा रही है. उसको भी कम किया जाए और सरकार एक बार के लिए पेनल्टी में छूट प्रदान करें. संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक एम पी लड्ढा ने बताया कि छोटे और मध्यम व्यापारियों को आ रही दिक्कतों के बारे में भी वित्त मंत्री से विस्तार से चर्चा करते हुए सांसद ने बिजली के बिल माफ़ करने से लेकर जो लोन छोटे व्यापारियों द्वारा लिया जा चुका है. उसकी किश्तों में भी केन्द्र सरकार के द्वारा रियायत दिए जाने की मांग रखी. बातचीत के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री ने सांसद दीया कुमारी से कहा कि इन सारे विषय पर केंद्र सरकार गंभीरता पूर्वक विचार कर रही है. सरकार से जो भी बन सकेगा रियायत देगी.

राजसमंद. कोरोना वायरस के चलते अपने दिल्ली आवास से रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से ऑडियो ब्रिज के माध्यम से बात करते हुए सांसद दीया कुमारी ने पूरे संसदीय क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया. साथ ही मार्बल पर जीएसटी घटाने के साथ ही मार्बल व्यवसाय को बचाने के लिए विशेष पैकेज की मांग की.

सांसद दीया कुमारी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अनुरोध करते हुए कहा कि मार्बल उद्योग के साथ रोजगार को पटरी पर लाना है, तो टैक्स स्लैब में रियायत देना अनिवार्य है. लंबे समय से मार्बल उद्योग मंदी की गिरफ्त में था और लॉकडॉउन ने तो इस व्यापार को पूरी तरह से निस्तेज कर दिया है. व्यवसाय से जुड़े क्षेत्रवासी मार्बल के भविष्य को लेकर चिंताग्रस्त है.

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सांसद दीयाकुमारी ने सुझाव देते हुए कहा कि मार्बल व्यवसाय को वापस स्थापित करने और सिरेमिक टाइल्स के समकक्ष खड़ा करने के लिए मार्बल पर लगने वाले टैक्स को कोटा स्टोन की तरह 5 प्रतिशत किया जाना चाहिए. मार्बल कोई विलासिता की वस्तु नहीं रह गया है. जिस पर 18 प्रतिशत टैक्स आरोपित किया जाए. व्यवसाय की यही गति रही तो लाखों बेबस गरीब लोग दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर हो जाएंगे.

सांसद ने कहा कि ओजीएल होने के कारण विदेशी मार्बल जो कि भारत में आयात हो रहा है. उसमें टैक्स को बढ़ाया जाए, जिससे भारत में उत्पादित मार्बल की वैश्विक मांग बढ़ सके और आत्मनिर्भर भारत में मार्बल व्यवसाय भी अपना योगदान दे सके. लोकल को वोकल करने के साथ-साथ ही उसको ग्लोबल भी किया जा सके. साथ ही मार्बल एक्सपोर्ट की प्रक्रियाओं को सरल किया जाए.

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छोटे कारोबारियों के द्वारा जीएसटी रिटर्न भरे जाने पर होने वाले विलंब के ऊपर जो पैनल्टी लगायी जा रही है. उसको भी कम किया जाए और सरकार एक बार के लिए पेनल्टी में छूट प्रदान करें. संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक एम पी लड्ढा ने बताया कि छोटे और मध्यम व्यापारियों को आ रही दिक्कतों के बारे में भी वित्त मंत्री से विस्तार से चर्चा करते हुए सांसद ने बिजली के बिल माफ़ करने से लेकर जो लोन छोटे व्यापारियों द्वारा लिया जा चुका है. उसकी किश्तों में भी केन्द्र सरकार के द्वारा रियायत दिए जाने की मांग रखी. बातचीत के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री ने सांसद दीया कुमारी से कहा कि इन सारे विषय पर केंद्र सरकार गंभीरता पूर्वक विचार कर रही है. सरकार से जो भी बन सकेगा रियायत देगी.

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