राजसमंद. जिले की बहू कीर्ति सरूपरिया ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर की चौखट लांघ कर सात समंदर पार किये. वर्ष 2019 में ग्रीस में हुई मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड स्पेस प्रतियोगिता जीतक कर उन्होंने विश्वभर में राजसमंद और देश का नाम रोशन किया. मॉडल कीर्ति सरूपरिया से खास मुलाकात...
कीर्ति सरूपरिया ने इकोनॉमिक्स में मास्टर्स के साथ बिजनेस मैनेजमेंट की शिक्षा भी ली है. जयपुर में जन्मी कीर्ति की पढ़ाई-लिखाई हरियाणा और फिर दिल्ली में हुई. दिल्ली में कॉलेज की पढ़ाई करने के दौरान ही कीर्ति को मॉडलिंग के ऑफर मिलने लगे. कॉलेज में कीर्ति ने मिस मॉडल और कई कंपटीशन जीते.
वर्ष 2001 में कीर्ति की शादी राजसमंद के मार्बल व्यवसाई अजय सरूपरिया से हुई. ससुराल के नए परिवेश के बावजूद कीर्ति ने मॉडलिंग का अपना शौक जारी रखा. इसके लिए उन्हें अपने ससुराल से पूरा सपोर्ट मिला. शादी के बाद अपने आप को शारीरिक और मानसिक तौर पर कीर्ति ने फिट रखा.
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वर्ष 2018 में उनके कुछ मित्रों ने मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड स्पेस के लिए उनके नाम की एंट्री कर दी. ऑडिशन के लिए कीर्ति को जयपुर बुलाया गया. उनका ऑडिशन सफल रहा और वे अगले चरण के लिए चुनी गई.
कीर्ति ने बताया कि जयपुर के बाद आगरा और दिल्ली में इस प्रतियोगिता के ऑडिशन हुए. इस प्रतियोगिता में कुल 30,000 महिलाओं ने भाग लिया था. जिनमें से 172 महिलाओं को ही फाइनल इवेंट के लिए सिलेक्ट किया गया. फाइनल इवेंट साल 2019 में ग्रीस में आयोजित हुआ. जहां कीर्ति ने 11 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद 171 महिलाओं को पछाड़कर मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड का ताज अपने सिर पर पहना. इस प्रतियोगिता में कीर्ति मिसेज फोटोजेनिक भी चुनी गई.
कीर्ति ने बताया कि इस प्रतियोगिता जीतने के बाद उसके पास मॉडलिंग के कई ऑफर भी आए लेकिन वे इस क्षेत्र में अपनी पसंद का काम करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि वे मॉडलिंग के साथ फिल्मों में भी काम करने की इच्छुक हैं.
कीर्ति पेशे से इंटीरियर डिजाइनर भी है. इसके अलावा वे यूट्यूब ब्लॉगर के तौर पर भी अपनी पहचान रखती हैं. यूट्यूब पर अनलॉक लाइव विद कृति के जरिए वे फैशन और फिटनेस को लेकर बात करती हैं. सेहत सुधारने के टिप्स भी वे यूट्यूब के जरिए लोगों को देती हैं.
मॉडलिंग के साथ-साथ कीर्ति ने सामाजिक सेवा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी काम किया है. वे स्ट्रीट पेट लवर भी हैं. असहाय आवारा पशुओं को वे चिकित्सकीय मदद मुहैया कराती हैं.
महिला दिवस पर कीर्ति ने देश की आधी आबादी को यह संदेश दिया कि महिलाओं को अपने उत्थान के लिए मन की बेड़ियों को तोड़ना होगा. आज महिलाओं को नारी शक्ति कहा जाता है. उन्हें दुर्गा लक्ष्मी का रूप माना जाता है. महिलाएं कभी कमजोर नहीं हो सकती. बस जरूरत है अपने मन की शक्ति को पहचानने की.