देवगढ (राजसमंद). रविवार को राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) राजसमंद की उपशाखा भीम के वार्षिक चुनाव 2021 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय-भीम, राजसमंद में करवाए जाने थे. जिनके पर्यवेक्षक के तौर पर मधु पालीवाल, महिला मंत्री, राजसमंद एवं देवेंद्र कच्छावा को जिला निर्वाचन अधिकारी राधेश्याम शर्मा नाथद्वारा की ओर से मनोनीत किया गया था, जो प्रातः 10:00 बजे नामांकन भरने के साथ ही विवाद की भेंट चढ गया. शिक्षकों के एक बड़े वर्ग ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया.
चुनाव का बहिष्कार करने वाले शिक्षकों के समूह का कहना है कि चुनाव विज्ञप्ति के अनुसार कुल 496 पंजीकृत मतदाताओं की सूची को एक सप्ताह पहले सार्वजनिक करना होता है. इसके साथ ही नवीन कार्यकारिणी के गठन के लिए सर्वसम्मति नहीं बनने की स्थिति में मतदान प्रणाली अपनाई जाती है. चुनाव प्रक्रिया के लिए कार्यकारिणी के सभी पदों पर प्रस्तावक के हस्ताक्षर सहित फॉर्म भरने होते हैं, लेकिन जिले के कुछ पदाधिकारियों की ओर से चुनाव लड़ने के इच्छुक शिक्षकों को फॉर्म भरने तक का समय नहीं दिया गया. इसके साथ ही आवेदन करने वाले शिक्षकों पर फॉर्म हटाने का अनावश्यक दबाव बनाया गया.
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इससे नाराज होकर शिक्षकों के एक बड़े समूह ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया. इस बात की सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी राधेश्याम शर्मा व प्रदेश के जिम्मेदार पदाधिकारियों को देने के साथ दोबारा चुनाव करवाने की मांग रखी गई है.
राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) उपशाखा- भीम के अध्यक्ष पद सीताराम तेतरवाल का कहना है कि वे राजस्थान शिक्षक संघ के समर्पित सदस्य हैं, लेकिन शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की ओर से चुनाव-2021 के पूर्व चुनावी विज्ञप्ति के नियमों के अनुपालन नहीं की गई है. चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने वाले शिक्षकों को मतदाता सूची भी उपलब्ध नहीं करवाई गई. संगठन की मूल भावना से हटकर, मनमर्जी की नवीन कार्यकारिणी गठित की है. इसलिए उपशाखा भीम के चुनाव दोबारा से करवाए जाने चाहिए.