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आमेट नगर पालिका में दिलचस्प रहा मुकाबला....अब नतीजों पर रहेगी सबकी नजर

आमेट नगर पालिका में कांग्रेस ने इस बार निर्दलीय चेयरमैन रहे कैलाश मेवाड़ा को टिकट देकर मैदान में उतारा है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा से कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. अब देखना होगा कि 19 तारीख को खुलने वाली मतपेटी से किन प्रत्याशियों का भाग्य चमकता है.

Amet Municipality Election, आमेट नगर पालिका चुनाव
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Published : Nov 17, 2019, 12:55 PM IST

राजसमंद. आमेट नगर पालिका में मतदान प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही निर्वाचन विभाग द्वारा मतदान के बाद आमेट शहर के सभी 25 बूथ की ईवीएम को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आमेट में रखवा दिया गया है. जहां विशेष सुरक्षा टुकड़ी तैनात की गई है.

आमेट नगर पालिका में दिलचस्प रहा मुकाबला

आमेट नगर पालिका में इस बार के चुनाव से दोनों ही राजनीतिक पार्टियों का राजनीतिक स्थानीय भविष्य भी इन पार्टी के नेताओं का भविष्य तय करेगा. क्योंकि जहां एक और कांग्रेस ने इस बार निर्दलीय चेयरमैन रहे कैलाश मेवाड़ा को टिकट देकर मैदान में उतारा और उन्हें पार्टी की तरफ से चेयरमैन का प्रत्याशी भी घोषित किया गया. जिसके बाद कुछ प्रभाव भी देखने को मिला तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा की ओर से कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने कोई कसर नहीं छोड़ी. चुनाव प्रचार और मतदान शुरू होने से लेकर शाम तक गली मोहल्लों में पार्टी के लिए एक-एक वोट की अपील करते हुए दिखाई दिए.

पढ़ें- नगर निगम चुनाव में कम मतदान के बाद 48 से 52 सीटें जीतेगी बीजेपी :कटारिया

आमेट नगर पालिका के इतिहास की बात करें तो यहां लंबे समय से भाजपा का दबदबा कायम है. 2009 में कांग्रेस के वर्तमान प्रत्याशी कैलाश मेवाड़ा निर्दलीय जीत कर चेयरमैन बने थे. लेकिन उसके बाद और पहले किसी ने भी यहां से जीत नहीं दर्ज की है. कांग्रेस ने अभी तक यहां एक बार भी बोर्ड नहीं बनाया. अब देखना होगा की इस बार कैलाश मेवाड़ा को टिकट देने के बाद कुछ चर्चाएं भी राजनीतिक गलियारों में जोरों पर रही की क्या इस बार मेवाडा भाजपा के चक्रव्यूह को तोड़ पाने में सफल होते हैं.

गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एक-एक वोट की कीमत को समझते हुए सभी मतदाताओं से गुजारिश की अपनी पार्टी को वोट दिलाने के लिए. अब देखना होगा कि 19 तारीख को खुलने वाली मत पेटी से किन प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होता है. जहां इस बार आमेट नगर पालिका में 25 वार्डों के लिए 56 प्रत्याशी मैदान में है. वहीं दोनों ही पार्टियों में अंदरूनी खाने में भितरघात का भी खतरा मंडरा रहा है.

राजसमंद. आमेट नगर पालिका में मतदान प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही निर्वाचन विभाग द्वारा मतदान के बाद आमेट शहर के सभी 25 बूथ की ईवीएम को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आमेट में रखवा दिया गया है. जहां विशेष सुरक्षा टुकड़ी तैनात की गई है.

आमेट नगर पालिका में दिलचस्प रहा मुकाबला

आमेट नगर पालिका में इस बार के चुनाव से दोनों ही राजनीतिक पार्टियों का राजनीतिक स्थानीय भविष्य भी इन पार्टी के नेताओं का भविष्य तय करेगा. क्योंकि जहां एक और कांग्रेस ने इस बार निर्दलीय चेयरमैन रहे कैलाश मेवाड़ा को टिकट देकर मैदान में उतारा और उन्हें पार्टी की तरफ से चेयरमैन का प्रत्याशी भी घोषित किया गया. जिसके बाद कुछ प्रभाव भी देखने को मिला तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा की ओर से कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने कोई कसर नहीं छोड़ी. चुनाव प्रचार और मतदान शुरू होने से लेकर शाम तक गली मोहल्लों में पार्टी के लिए एक-एक वोट की अपील करते हुए दिखाई दिए.

पढ़ें- नगर निगम चुनाव में कम मतदान के बाद 48 से 52 सीटें जीतेगी बीजेपी :कटारिया

आमेट नगर पालिका के इतिहास की बात करें तो यहां लंबे समय से भाजपा का दबदबा कायम है. 2009 में कांग्रेस के वर्तमान प्रत्याशी कैलाश मेवाड़ा निर्दलीय जीत कर चेयरमैन बने थे. लेकिन उसके बाद और पहले किसी ने भी यहां से जीत नहीं दर्ज की है. कांग्रेस ने अभी तक यहां एक बार भी बोर्ड नहीं बनाया. अब देखना होगा की इस बार कैलाश मेवाड़ा को टिकट देने के बाद कुछ चर्चाएं भी राजनीतिक गलियारों में जोरों पर रही की क्या इस बार मेवाडा भाजपा के चक्रव्यूह को तोड़ पाने में सफल होते हैं.

गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एक-एक वोट की कीमत को समझते हुए सभी मतदाताओं से गुजारिश की अपनी पार्टी को वोट दिलाने के लिए. अब देखना होगा कि 19 तारीख को खुलने वाली मत पेटी से किन प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होता है. जहां इस बार आमेट नगर पालिका में 25 वार्डों के लिए 56 प्रत्याशी मैदान में है. वहीं दोनों ही पार्टियों में अंदरूनी खाने में भितरघात का भी खतरा मंडरा रहा है.

Intro:राजसमंद- जिले के आमेट नगर पालिका में मतदान प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही निर्वाचन विभाग द्वारा मतदान के बाद आमेट शहर के सभी 25 बूथ की ईवीएम को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आमेट में रखवा दिया गया है. जहां विशेष सुरक्षा टुकड़ी तैनात की गई है. वही आमेट नगर पालिका में इस बार के चुनाव से दोनों ही राजनीतिक पार्टियों का राजनीतिक स्थानीय भविष्य भी इन पार्टी के नेताओं का भविष्य तय करेगा.क्योंकि जहां एक और कांग्रेस ने इस बार निर्दलीय चेयरमैन रहे.कैलाश मेवाड़ा को टिकट देकर मैदान में उतारा और उन्हें पार्टी की तरफ से चेयरमैन का प्रत्याशी भी घोषित किया गया.


Body:जिसके बाद कुछ प्रभाव भी देखने को मिला तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी इस बार कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी चुनाव प्रचार और मतदान सुबह 7:00 बजे शुरू होने से लेकर शाम 5:00 बजे तक गली मोहल्लों में पार्टी के लिए एक-एक वोट की अपील करते हुए दिखाई दिए. आमेट नगर पालिका की इतिहास के बारे में देखे तो लंबे समय से भाजपा का ही दबदबा यहां कायम है. 2009 में कांग्रेस के वर्तमान प्रत्याशी कैलाश मेवाड़ा 2009 में निर्दलीय जीत कर चेयरमैन बने थे. लेकिन उसके बाद और पहले किसी ने भी यहां से जीत नहीं दर्ज की है.कांग्रेस ने अभी तक यहां एक बार भी बोर्ड नहीं बनाया.अब देखना होगा. कि इस बार जहां कैलाश मेवाड़ा को टिकट देने के बाद कुछ राजनीतिक चर्चाएं भी गलियारों में जोरों पर रही क्या इस बार केलाश मेवाडा भाजपा के चक्रव्यूह को तोड़ पाने में सफल होते हैं. और कांग्रेस को सफलता दिलाने में कितना सफल होते हैं.यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.


Conclusion:लेकिन गौर करने वाली बात है. कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एक-एक वोट की कीमत को समझते हुए सभी मतदाताओं से गुजारिश कि अपने पार्टी को वोट दिलाने के लिए अब देखना होगा कि 19 तारीख को खुलने वाली मत पेटी से किन प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होता है. जहां इस बार आमेट नगर पालिका में 25 वार्डों के लिए 56 प्रत्याशी मैदान में है.वही दोनों ही पार्टियों में अंदरूनी खाने में भितरघात का भी खतरा मंडरा रहा है.
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