जयपुर. बहरोड़ के पूर्व विधायक बलजीत यादव पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसा है. जयपुर के साथ ही अलवर, बहरोड़ और दौसा में बलजीत यादव के दस ठिकानों पर ईडी ने आज सुबह छापेमारी की है. छापेमारी की कार्रवाई फिलहाल जारी है. जयपुर में अजमेर रोड पर ज्ञान विहार स्थित बलजीत यादव के घर पर ईडी की टीम पहुंची है. उनके घर के बाहर हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और भीतर ईडी के अधिकारी तलाशी ले रहे हैं.
ईडी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इसके साथ ही जयपुर में करीब सात अन्य ठिकानों पर भी ईडी की छापेमारी की जानकारी मिल रही है. जबकि अलवर, दौसा और बहरोड़ में भी उनके ठिकानों पर ईडी की अलग-अलग टीमें जांच में जुटी है. हालांकि, अभी ईडी की ओर से आधिकारिक बयान आना बाकी है. बलजीत यादव बहरोड़ से निर्दलीय विधायक रह चुके हैं.
खेल सामग्री आपूर्ति में गड़बड़ी का आरोप : बलजीत यादव पर विधायक रहते विधायक कोष में अनियमितता और घटिया खेल सामग्री की आपूर्ति का आरोप है. इस संबंध में पिछले दिनों भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भी पूर्व विधायक बलजीत यादव सहित आठ लोगों पर केस दर्ज किया था. अब इसी मामले में ईडी ने पीएमएलए कानून के तहत केस दर्ज कर यह छापेमारी की है. इसके तहत जयपुर में आठ ठिकानों के साथ ही बहरोड़, अलवर और दौसा में बलजीत यादव के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई जारी है.
एसीबी ने दर्ज किया था मुकदमा : बहरोड़ के पूर्व विधायक बलजीत यादव और सात अधिकारियों के खिलाफ एसीबी ने जयपुर में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. बलजीत यादव के खिलाफ बच्चों की खेल सामग्री में भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस नेता संजय यादव ने 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में आरोप था कि बलजीत यादव के विधायक रहते विधायक कोटे से सरकारी स्कूलों में खेल सामग्री की आपूर्ति की गई थी. स्कूलों में घटिया खेल सामग्री की आपूर्ति का आरोप इस शिकायत में लगाया गया था. जिस पर एसीबी ने पिछले दिनों मामला दर्ज किया था.
दौसा में बलजीत यादव के करीबी के घर छापा : दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को ईडी की कार्रवाई से हड़कंप मच गया. दरअसल, मामला बलजीत यादव ने विधायक रहने के दौरान निधिकोष के दुरुपयोग से जुड़ा बताया जा रहा है. फिलहाल, ईडी की टीम जिले के छोकरवाड़ा की बैरडया की ढाणी में स्थित विजय सिंह गुर्जर के घर सर्च अभियान चला रही है. जहां टीम द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है. वहीं, ईडी टीम द्वारा जांच के दौरान पत्रकारों को मामले से दूर रखा गया है. ईडी की कार्रवाई के चलते विजय सिंह गुर्जर के आसपास रहने वाले परिवारजन भी भयभीत नजर आ रहे हैं.