राजसमंद. कोरोना महामारी के चलते पिछले 5 महीने से पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय की प्रधान पीठ श्रीनाथजी का मंदिर बंद चल रहा है. देश-दुनिया में विख्यात भगवान श्रीनाथजी का यह मंदिर अपने आप में अद्वितीय हैं. यहां हर अंचल से लाखों की संख्या में वैष्णव जन नाथद्वारा पहुंचते हैं और प्रभु के दर्शन का लाभ प्राप्त करते हैं. लेकिन अभी तक जिला प्रशासन ने मंदिर खोलने के आदेश नहीं दिए हैं. इस बीच ईटीवी भारत की टीम यह जानने के लिए नाथद्वारा पहुंची कि आखिरकार मंदिर के कपाट कब खुलेंगे.
इस संबंध में श्रीनाथजी मंदिर मंडल के मुख्य निष्पादन अधिकारी जितेंद्र ओझा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा मंदिरों के कपाट 7 सितंबर से खोले जाने की गाइडलाइन जारी की थी. लेकिन कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल के निर्देश पर एक कमेटी बनाई गई है, जिस कमेटी ने 5 सितंबर को नाथद्वारा पहुंचकर निरीक्षण किया. साथ ही वर्तमान परिस्थितियों की समीक्षा करते हुए अभी 7 सितंबर के बजाय मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए 1 अक्टूबर बंद रखा गया है.
पढ़ें- Special: भरतपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारी...शहरवासियों को मिल सकेंगी कई सुविधाएं
उन्होंने बताया कि कलेक्टर, एसपी और सीएमएचओ की कमेटी द्वारा जब निर्देश मिलेगी. तब मंदिर खुलने की सूचना जारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि मंदिर में कोरोना सावधानियां रखने के लिए कार्य किया जा रहा है, जो 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है. वहीं, 20 फीसदी बचे हुए कार्य को 30 सितंबर के पहले पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां पुष्टि परंपरा सेवा पद्धति है. श्रीनाथजी की 8 झांसी के दर्शन होते हैं. लेकिन अब कोरोना के कारण मंदिर में दर्शनार्थियों को कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर में व्यवस्थाएं बदली जा रही है.
इसके चलते आम दर्शनार्थियों को दो से तीन प्रभु की झांकी के दर्शन हो पाएंगे, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी हो और दर्शनार्थियों को आसानी से दर्शन प्राप्त हो सके. उन्होंने बताया कि श्रीनाथजी मंदिर में भक्तों को दर्शन के लिए एडवांस बुकिंग करनी होगी. इसके लिए गुजरात की एक कंपनी से सॉफ्टवेयर तैयार करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एडवांस बुकिंग से वैष्णव जन को यह पता चलेगा कि किस दर्शन में वे शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं.
इसके साथ ही जो लोग ऑनलाइन बुकिंग नहीं कर सके. उन्हें ऑफलाइन के माध्यम से टोकन दिया जाएगा. इसके लिए काउंटर लगाएंगे न्यू कॉटेज में वल्लभ विलास में दो तीन काउंटर लगाने का प्लान कर रहे हैं. इसके लिए वैष्णव वहां जाकर फोटो, आईडी दिखाकर ऑफलाइन दर्शन पास वहां से ले सकेंगे. मंदिर खोलने को लेकर नए सिरे से तैयारियां की जा रही है, जिसमें गोवर्धन पूजा चौक से लेकर प्रभु श्रीनाथजी के समक्ष ढोल तिवारी तक रेलिंग लगाकर कतार बद्ध तरीके से दर्शन कराने की तैयारियां की जा रही है.
पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: ऑनलाइन पढ़ाई ने दिया दर्द, बच्चों की आंखों पर पड़ रहा असर
वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए लक्ष्मी विलास धर्मशाला के अंदर एक नया गेट बनाया गया है, जहां से दर्शनार्थी प्रवेश करेंगे और वनमाली मंदिर परिसर में बनाए जा रहे नए हॉल में पहुंचेंगे. वहां, सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही सभी लोगों को सैनिटाइज किया जाएगा और मास्क लगाना अनिवार्य होगा. यहां वेटिंग हॉल में लोगों को बिठाकर उन्हें एक बारकोड की पर्ची दी जाएगी. इसके बाद 30 से 35 आदमियों के बैच बनाकर दर्शन करने के लिए कतार बद रूप में खड़ा किया जाएगा. यह लोग रेलिंग से होते हुए मेट्रो स्टेशन के तर्ज पर लगे गेट पर पहुंचेंगे, जो रजिस्ट्रेशन के बारकोड में पर्ची द्वारा ही खुलेगा.
इसके बाद जब दर्शनार्थी बारकोड वाली पर्ची को गेट पर लगे स्कैनर के सामने रखेंगे. तभी वे गेट के अंदर जा पाएंगे, यहां से प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करने के बाद लोगों को नक्कारखाने के तीसरी गेट और मोती महल चौक की ओर से बाहर निकाला जाएगा. इससे यह होगा कि जो दर्शन कर चुके दर्शनार्थी होंगे और जो दर्शन करने वाले होंगे, वे एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आएं. ऐसे में उन्हें बाजारों के सकरा होने के चलते अधिकांश दर्शनार्थियों को मोती महल चौक की तरफ से बाहर निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि आगामी 25 से 30 सितंबर के बीच जिला प्रशासन की कमेटी एक बार फिर निरीक्षण करेगी.