राजसमंद. बैठक में राजीव प्रताप रूडी भी उपस्थित रहे. वहीं, संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधु प्रकाश लड्ढा ने बताया कि कार्यक्रम के बाद सांसद दीया कुमारी ने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से अलग से मुलाकात करते हुए कहा कि राजसमंद के मार्बल व्यवसायी कठिन हालात से गुजर रहे हैं.
जहां एक तरफ व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा बुरे दौर में है तो दूसरी तरफ कुंभलगढ़ के इको सेंसिटिव जोन का सीमांकन परेशानी का सबक बना हुआ है. राज्य सरकार ने सीमांकन नहीं होने के कारण लाइसेंस देने से इनकार कर दिया है. सांसद दीया कुमारी ने मार्बल व्यवसायियों की समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए कहा कि सरलीकृत प्रावधानों के अनुसार खनिज पट्टा को कैटेगरी बी-2 में ही रखते हुए पर्यावरण स्वीकृति जारी करने का प्रावधान यथावत रखा जाए.
पढ़ें: पूर्व सीएम की सुविधाओं पर HC का फैसला...राठौड़ बोले- कांग्रेस ने ही शुरू की थी सुविधाओं में बढ़ोतरी
उन्होंने कहा कि कमेटी के चेयरमैन के पद पर जिला कलेक्टर अतिरिक्त एक डिप्टी चेयरमैन की भी नियुक्ति की जाए. जिससे कि कमेटी की मीटिंग समय पर हो सके और मामले लंबित नहीं हो. सांसद ने कहा कि पर्यावरण स्वीकृत पता की अवधि पूर्व की भांति 50 वर्ष ही रखा जाना चाहिए.