राजसमंद. केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में देशभर भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर के नेतृत्व में समस्त ब्लॉक और नगर पदाधिकारियों के साथ केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि देश के किसानों, खेती मजदूरों, मंडी के मजदूरों, टांसपोर्ट कर्मचारियों सहित लाखों लोगों का रोजगार इन नए काले कानूनों की ओर से छिना जा रहा है और इन काले कानूनों से मंडिया खत्म हो जाएंगी.
मुट्ठी भर कंपनियां सामूहिक खरीद कर लूट पाट करेंगी. अनाज मंडिया खत्म हो जाएंगी. उक्त अध्यादेश की आड़ में केंद्र सरकार सांता कुमार कमेटी की रिपोर्ट लागू करना चाहती है, जिससे किसानों का नुकसान होगा. जमीदारी प्रथा फिर से पनप जाएगी. जमाखोरी और काला बाजारी होगी और मुट्ठीभर पुंजिपतियों की ओर से किसानों मजदूरों का शोषण किया जाएगा.
पीसीसी सदस्य हरि सिंह राठौड़ ने कहा कि इस महामारी की आड़ में मोदी सरकार ने मुट्ठीभर पुंजिपतियों को और अवसर देने के लिए केंद्र सरकार उक्त तीनों काले कानून लागू कर अन्नदाता किसान मजदूरों का शोषण करने का प्रयास किया है. पूर्व जिला प्रमुख और जिलाध्यक्ष नारायण सिंह भाटी ने कहा कि कोरोना महामारी में राहत देने के बजाय केंद्र सरकार की ओर से किसान विरोधी अधयादेश से किसानों की कमर तोड़ दी जिससे पूंजीवाद को बढ़ावा मिलेगा. जिससे जिला कांग्रेस कमैटी सिरे से खारिज करती है और राष्ट्रपति महोदय से मांग करती है इन काले कानूनों को निरस्त किए जाएं.
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पुष्पांजलि के अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष शांतिलाल कोठारी, सुंदरलाल कुमावत, जिला महासचिव भगवत सिंह, महासचिव किशनलाल गाडरी, जिला सचिव कूलदीप शर्मा, नगर अध्यक्ष बहादुर सिंह चारण, पूर्व सभापति आशा पालीवाल, नेता प्रतिपक्ष अशोक टाक, पूर्व नगर अध्यक्ष देवेंद्र कच्छारा, ओबीसी जिलाध्यक्ष नानालाल सार्दुल, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश भार्गव, एन एस यू आई जिलाध्यक्ष अजय सिंह, भोलाराम भेरूलाल जाट, डालचंद कुमावत पार्षद रवि गर्ग आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.