जयपुर. पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच द्वारा राजसमंद जिले में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 20 किलो अफीम बरामद की गई है. बरामद की गई अफीम की कीमत करीब 3 करोड़ रुपए आंकी गई है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 तस्करों को गिरफ्तार कर 2 लग्जरी कार सीज की है.
सीआईडी क्राइम ब्रांच को यह सूचना मिली थी कि चित्तौड़गढ़ से मारवाड़ में पाली और जोधपुर की तरफ अफीम तस्करी कर ले जाई जा रही है. जिस पर सीआईडी क्राइम ब्रांच द्वारा शनिवार को चित्तौड़गढ़ से मारवाड़ की तरफ जाने वाली रोड पर गंगापुर जिला भीलवाड़ा में एक संदिग्ध कार को रोककर तलाशी ली गई.
कार सवार जेठाराम और नारायण लाल ने बताया कि उन्होंने चित्तौड़गढ़ से 20 किलो अफीम खरीदी है और वह अफीम एक दूसरी कार में उनके गांव बगड़ी नगर पिपलाज तक पहुंचाई जा रही है. जिस पर सीआईडी क्राइम ब्रांच द्वारा राजसमंद जिले के देवगढ़ थाना अधिकारी को संदिग्ध कार की तलाशी के लिए नाकाबंदी करने के लिए कहा गया.
देवगढ़ थाना अधिकारी द्वारा संदिग्ध कार को कामलीघाट चौराहे पर रोका गया और जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसमें कार के इंजन के पास डैशबोर्ड वाले बॉक्स और रेडिएटर के पास 10 पैकेट में छिपाकर ले जाई जा रही 20 किलो अफीम मिली जिसे बरामद किया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भगवान लाल, भंवर लाल और जमला लाल गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया.
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मादक पदार्थों की तस्करी का मास्टरमाइंड भंवरलाल है, जोकि चित्तौड़गढ़ का रहने वाला है और काफी लंबे समय से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त है. मादक पदार्थों की डिलीवरी करने के लिए आरोपी खुद अपनी कार लेकर जाता है और अपने साथ सूटकेस में भारी मात्रा में दवाइयां और दवाइयों की पर्चियां रखता है. पुलिस द्वारा चेक करने पर खुद को बीमार बताकर इलाज कराने के लिए दूसरे शहर जाने की बात कहता है. आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर चित्तौड़गढ़ व आसपास के क्षेत्र से अफीम खरीदकर उसे महंगे दामों पर पश्चिमी राजस्थान में बेचने का काम करता है. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में पुलिस की जांच जारी है.