ETV Bharat / state

राजसमंद : एशिया की दूसरी मीठे पानी की झील में एक बार फिर बोटिंग शुरू - राजसमंद झील में बोटिंग शुरू

एशिया की दूसरी मीठे पानी की झील में एक बार फिर नौकायान की शुरुआत हुई है. करीब 5 साल बाद एक बार फिर से राजसमंद पहुंचने वाले श्रीनाथजी और द्वारिकाधीशजी के दर्शन आरती करने वाले श्रद्धालु यहां नौकायान का भी आनंद ले सकते हैं.

boating started in rajsamand, lake of Rajsamand, rajsamand lake news, मीठे पानी की झील, राजसमंद झील की खबर
author img

By

Published : Sep 30, 2019, 1:39 PM IST

राजसमंद. यहां झील में फिर से नौकायान शुरू होने के बाद जहां कांकरोली स्थित प्रभु द्वारिकाधीशजी मंदिर पहुंचने वाले दर्शनार्थी बोटिंग का आनंद ले सकेंगे. इससे पहले साल 2009 में भी 5 साल के लिए नौकायान बंद हो गया था. इसके बाद राजसमंद कांकरोली द्वारकाधीश मंदिर दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों को सिर्फ झील देखकर ही लौटना पड़ता था.

राजसमंद की झील में फिर से नौकायन शुरू

गौैरतलब है कि साल 2014 में नगर परिषद की तरफ से दूसरी बार अपने स्तर पर नौकायान शुरू करने का प्रयास किए थे, लेकिन 2014 में नगर परिषद के एमआरएस ग्रुप को 12 लाख रुपए का टेंडर भी भरा था. 1 साल तक नौकायान संचालन के बाद घाटा होने पर बंद कर दिया गया. दोबारा शुरू हुए नौकायान में करीब एक बार में 20 यात्री नाव में बैठ सकेंगे. जो करीब 3 किलोमीटर का सफर तय करेंगे. इसका किराया 30 रुपए रखा गया है.

पढ़ें- राजसमंद: मां शैलपुत्री की पूजा के साथ नवरात्र की शुरुआत, मंदिरों में श्रद्धालुओं की लगी भीड़

राष्ट्रीय तैराकी संस्थान ने पर्यटन कों को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद के साथ मिलकर झील में नौकायान के शुरुआत की. ऐसे में राजसमंद के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा. श्री द्वारकाधीश राष्ट्रीय तैराकी संस्थान की तरफ से नौकायान शुरू किया गया. श्री द्वारकाधीश मंदिर आने वाले श्रद्धालु नौकायान का आनंद ले सकेंगे. आपको बता दें कि झील में वर्तमान में करीब 16 फीट से अधिक पानी है. जिसकी भराव क्षमता 30 फीट है. इस बार हुई झमाझम बारिश में झील में करीब 10 फीट से अधिक पानी की आवक हुई है.

राजसमंद. यहां झील में फिर से नौकायान शुरू होने के बाद जहां कांकरोली स्थित प्रभु द्वारिकाधीशजी मंदिर पहुंचने वाले दर्शनार्थी बोटिंग का आनंद ले सकेंगे. इससे पहले साल 2009 में भी 5 साल के लिए नौकायान बंद हो गया था. इसके बाद राजसमंद कांकरोली द्वारकाधीश मंदिर दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों को सिर्फ झील देखकर ही लौटना पड़ता था.

राजसमंद की झील में फिर से नौकायन शुरू

गौैरतलब है कि साल 2014 में नगर परिषद की तरफ से दूसरी बार अपने स्तर पर नौकायान शुरू करने का प्रयास किए थे, लेकिन 2014 में नगर परिषद के एमआरएस ग्रुप को 12 लाख रुपए का टेंडर भी भरा था. 1 साल तक नौकायान संचालन के बाद घाटा होने पर बंद कर दिया गया. दोबारा शुरू हुए नौकायान में करीब एक बार में 20 यात्री नाव में बैठ सकेंगे. जो करीब 3 किलोमीटर का सफर तय करेंगे. इसका किराया 30 रुपए रखा गया है.

पढ़ें- राजसमंद: मां शैलपुत्री की पूजा के साथ नवरात्र की शुरुआत, मंदिरों में श्रद्धालुओं की लगी भीड़

राष्ट्रीय तैराकी संस्थान ने पर्यटन कों को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद के साथ मिलकर झील में नौकायान के शुरुआत की. ऐसे में राजसमंद के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा. श्री द्वारकाधीश राष्ट्रीय तैराकी संस्थान की तरफ से नौकायान शुरू किया गया. श्री द्वारकाधीश मंदिर आने वाले श्रद्धालु नौकायान का आनंद ले सकेंगे. आपको बता दें कि झील में वर्तमान में करीब 16 फीट से अधिक पानी है. जिसकी भराव क्षमता 30 फीट है. इस बार हुई झमाझम बारिश में झील में करीब 10 फीट से अधिक पानी की आवक हुई है.

Intro:राजसमंद- एशिया की दूसरी मीठे पानी की राजसमंद झील में एक बार फिर नौकायन की शुरुआत हुई. करीब 5 साल बाद फिर से एक बार राजसमंद पहुंचने वाले श्रीनाथजी और द्वारिकाधीश जी के दर्शन आरती नौकायान का आनंद ले पाएंगे. राष्ट्रीय तैराकी संस्थान की तरफ से पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए नगर परिषद के साथ झील में नौकायन के शुरुआत की ऐसे में राजसमंद के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा.


Body:आपको बता दें. कि राजसमंद झील में नौकायान फिर शुरू होने के बाद जहां कांकरोली स्थित प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर पहुंचने वाले दर्शन दर्शनार्थियों नौकायन का आनंद लेंगे. 10 साल पहले 2009 में झील में नौकायन बंद हो गया था. इसके बाद राजसमंद कांकरोली द्वारकाधीश मंदिर दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों को सिर्फ राजसमंद झील देखकर ही लौटना पड़ता था. उस समय नौकायान बंद हो गया था.करीब 5 साल तक नौकायान बंद पड़ा था.इसके बाद 2014 में नगर परिषद की तरफ से दूसरी बार अपने स्तर पर नौकायान शुरू करने का प्रयास किए थे. लेकिन 2014 में नगर परिषद के एमआरएस ग्रुप को 12 लाख रुपए का टेंडर भरा था. एमआरएस ग्रुप 1 साल तक नौकायान संचालन के बाद घाटा होने पर नौकायान बंद कर दिया गया. दोबारा शुरू हुए नौकायान में करीब एक बार में 20 यात्री बैठ सकेंगे जो करीब 3 किलोमीटर का सफर तय करेंगे आपको बता दें कि इस का किराया ₹30 रखा गया है.


Conclusion:वहीं श्री द्वारकाधीश राष्ट्रीय तैराकी संस्थान की तरफ से नौकायान शुरू किया गया. श्री द्वारकाधीश मंदिर आने वाले श्रद्धालु नौकायन का आनंद लेंगे. आपको बता दें कि एशिया की दूसरी मीठे पानी की झील राजसमंद झील में वर्तमान में करीब 16 फीट से अधिक पानी है.जिसके भराव क्षमता 30 फीट है.इस बार हुई झमाझम बारिश में झील में करीब 10 फीट से अधिक पानी की आवक हुई है.
बाइट- करण नौकायन चालक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.