राजसमंद. जिले में अंधविश्वास में इलाज के नाम पर मासूम को दागने का मामला सामने आया है. राजसमंद जिले में एक (Child tainted with cigratte and iron wire in Rajsamand) मासूम बालक को उसकी वृद्ध परिजन महिला ने शरीर पर सात जगह दाग (डाम) लगा दिए. जिसके चलते बच्चे की हालत बिगड़ गई. बच्चे को इलाज के लिए भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है. बाल कल्याण समिति ने मौके पर पहुंच कर मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के लिए राजसमंद बाल कल्याण समिति को पत्र लिखा है.
मातृ एवं शिशु चिकित्सालय के शिशुरोग विशेषज्ञ कुलदीप सिंह राजपूत ने कहा कि राजसमंद जिले के आमेट थाना सर्किल के भातला गांव के 8 माह के कौशल को शुक्रवार को अस्पताल लाया गया. बच्चे के पेट और शरीर पर सात जगह दाग (डाम) लगे हुए थे. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं, बाल कल्याण समिति सदस्य फारुख पठान ने बताया कि 8 माह के मासूम को दागे जाने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंच कर माता-पिता के बयान दर्ज किए गए.
सांस चढ़ने का बताया कारण: माता पिता का कहना है कि बच्चे को सांस चढने की बीमारी थी. ऐसे में बच्चे के शरीर पर 2 बार बीड़ी से और (Tainting on the name of treatment in Rajsamand) 5 बार लोहे के तार से डाम लगाए गए हैं. वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गिरीश पांडे के निर्देशन में राजसमंद बाल कल्याण समिति को पत्र लिखा और डाम लगाने वाली वृद्ध महिला के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.