राजसमंद. कोरोना का कहर अब हर तरफ बढ़ता जा रहा है. क्या शहर क्या गांव क्या मोहल्ले और क्या जेल, आए दिन अब हर जगह कोरोना संक्रमित के केस सामने आ रहे हैं. इसी क्रम में राजसमंद के जिला कारागृह में भी कोरोना विस्फोट हुआ है. यहां पर 23 कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस खबर के सामने आने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनीष कुमार शर्मा ने जिला कारागृह का औचक निरीक्षण भी किया.
कारागृह के निरीक्षण के दौरान सचिव वैष्णव ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया. जेल की बंदी क्षमता मात्र 55 बंदियों की है, जबकि निरीक्षण के समय कारागृह में 85 बंदी निरुद्ध मिले. वर्तमान में विश्वव्यापी कोरोना महामारी के मद्देेनजर क्षमता से अधिक बंदी निरुद्ध होने के कारण कारागृह में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो पा रही है.
पढ़ें- कोरोना काल में फैक्ट्री मालिकों के सामने एक आदेश से आई बड़ी विकट समस्या!
निरीक्षण के दौरान मौजूद डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि वर्तमान में संक्रमित बन्दियों को आवश्यक दवाईयां दी जा रही हैं तथा उन्हें पृथक से आइसोलेट किया गया है. वहीं, संक्रमितों के लिए पल्स ऑक्सीमीटर, स्टेथोस्कॉप, नेबूलाईजर, वेपोराईजर, विद्युत केतली, इमरजेंसी में ऑक्सीजन सिलेन्डर, फ्लो मीटर एवं ग्लूकोमीटर की आवश्यकता है. इस पर उच्च अधिकारी को आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अवगत कराया गया. जेल प्रशासन द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कारागृह में 23 बंदी कोविड-19 संक्रमित हैं. संक्रमित बंदियों को पृथक से आइसोलेट किया गया है.
सचिव वैष्णव ने सभी बंदियों एवं कार्मिकों की सैंपलिंग करवाने, जेल में हाइपोक्लोराइड का छिड़काव करवाने, कोविड-19 की गाइडलाइन की कड़ाई से पालना करवाने, मास्क का प्रयोग करने एवं सैनिटाइजेशन, हाइपोक्लाराइड का छिड़काव करवाने के निर्देश दिए हैं.