प्रतापगढ़. राजस्थान परिवहन निगम की ओर से रोडवेज के नवीनीकरण कार्यक्रम के तहत प्रतापगढ़ डिपो को भी दो नई रोडवेज बस की सौगात मिली है. इसमें से एक बस के प्रतापगढ़ पहुंचने पर उसका विधायक रामलाल मीणा ने विधिवत शुभारंभ किया.
इस दौरान विधायक रामलाल मीणा ने भाजपा की वसुंधरा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वसुंधरा सरकार ने तो रोडवेज को बेचने की योजना बना ली थी. भाजपा सरकार ने रोडवेज का निजीकरण करके आम लोगों की परेशानियां बढ़ा दी थी. गहलोत सरकार ने रोडवेज को मजबूती देने के लिए 876 नई बसों की स्वीकृति दी है. इन स्वीकृत की गई बसों में प्रतापगढ़ को अभी दो नई बस दी गई है. आने वाले समय में और बसें प्रतापगढ़ को मिलेगी, जिससे क्षेत्र के लोगों को आवागमन के लिए बेहतर परिवहन की सुविधाएं मिल सकेगी. मीणा ने क्षेत्र के लोगों को नई बसों के लिए बधाइयां भी दी.
पढ़ें: रोडवेज बसों में फ्लाइट की तर्ज पर सुविधा देने की तैयारी, महिला आरक्षित सीट पर होगा पिंक कलर
वहीं, निगम के डिपो मैनेजर जितेन्द्र मीणा ने बताया कि नई बस शुक्रवार को प्रतापगढ़ पंहुची है. नई बसों के आने से जिले के यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. गौरतलब है कि रोडवेज प्रबंधन ने 876 नई बसों की मंजूरी दी थी. जिसमें से 316 बसें खरीदी जा चुकी है. इन बसों को राज्य के विभिन्न डिपो में आवंटित भी किया जा चुका है. इसी के तहत प्रतापगढ़ डिपो को दो बस मिली है.
डिपो की अभी ये है स्थिति
प्रतापगढ़ डिपो में अभी 28 निगम की बसें है. वहीं, 13 बसें अनुबंधित हैं. इसमें एक बस अब डिपो को नई मिली हैं. अब 42 बसों में से 7 बसें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं. इसमें से एक बस निगम मुख्यालय पर और 6 बसें प्रतापगढ़ वर्कशॉप पर मरम्मत के लिए खड़ी है. इन बसों के पार्ट्स नहीं मिलने के कारण ये बसें वर्कशॉप में खड़ी चलने की राह देख रही हैं. वर्कशॉप पर भी 23 पदों में से 9 पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं. इसमें एक प्रबंधक संचालन, एक स्टोर कीपर और 7 मिस्त्री हैं. जिला मुख्यालय पर रोडवेज डिपो में कार्यालय पर 179 पदों में से 79 पद रिक्त पड़े हुए हैं. इसमें से लेखाकार, यातायात निरीक्षक, सहायक सांख्यिकी और शीघ्र लिपिक सहित कई पद तो ऐसे है, जिनमें एक भी कर्मचारी कार्यरत नहीं हैं. एक नई बस आने के बाद अब 45 से 46 बसें डिपो में हो गई हैं.
पढ़ें: प्रतापगढ़: पुलिस लाइन में कार्यरत पुलिसकर्मी पत्र छोड़ लापता, एसपी पर गाली-गलौज करने का लगाया आरोप
जिले की परिवहन सेवाएं होगी बहाल
प्रतापगढ़ के ग्रामीण अंचलों में लोगों को हर छोटे बड़े कामों के लिए जिला मुख्यालय पर आना पड़ता है. ऐसे में जिले में परिवहन सेवाओं की कमी के चलते क्षेत्र के आदिवासी अंचल के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. प्रतापगढ़ डिपो में बसों की कमी के चलते जिले में ग्रामीण परिवहन के साधन नहीं होने के कारण आमजन को काफी परेशानी हो रही थी. अब नई बसों के आवंटन से कुछ समय पहले इनकम नहीं होने के कारण जिन रूटों को छोटा किया गया था, वहां पर फिर से बसें चलने की संभावना बढ़ी है. राज्य परिवहन मंत्री द्वारा नई बसों के आवंटन से जिले में परिवहन सुविधाओं में अब थोड़ा और सुधार होने की संभावना भी देखी जा रही है.