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प्रतापगढ़: पेयजल सप्लाई की टंकी जर्जर अवस्था में, विभाग कर रहा अनदेखी - pratapgarh

जलदाय विभाग की पेयजल सप्लाई की टंकी जर्जर अवस्था में है. मोहल्लेवासियों ने कई बार विभाग से इसकी शिकायत की है. पर विभाग की ओर से लगातार अनदेखी की जा रही है.

पेयजल सप्लाई की टंकी जर्जर अवस्था में
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Published : May 13, 2019, 12:14 AM IST

धरियावद (प्रतापगढ़). नगर में पशु चिकित्सालय के सामने बस्ती क्षेत्र में 38 साल पहले पानी की टंकी का निर्माण हुआ था. विगत कई महीनों से टंकी बुरी तरह से से जर्जर अवस्था में पड़ी हुई है. टंकी पर चढ़ने के लिए बनी सीढ़िया कई जगह से क्षतिग्रस्त हो रखी है. यहां तक की रैलिंग भी टूटी हुई है. टंकी में जगह-जगह से प्लास्टर निकल गया है. जिससे चारों ओर दरार आने के साथ ही लोहे के सरिए बाहर निकल गए है.

मोहल्लेवासियों ने बताया कि आस-पास बस्ती क्षेत्र है. इस क्षतिग्रस्त टंकी के गिरने की भी संभावना बनी रहती है. जिससे क्षेत्र के लोगों को हर समय चिंता सताती रहती है. टंकी के क्षतिग्रस्त होने से चारों ओर से पानी टपक रहा है, जिससे पानी भी व्यर्थ ही बह रहा है. इसके अलावा टंकी की साफ-सफाई भी नहीं होती है. टंकी में दोपहर को पानी भरा रहता है. पर देर शाम को कभी बड़ी घटना ना हो जाए इसलिए पानी नहीं भरा जाता है.

पेयजल सप्लाई की टंकी जर्जर अवस्था में, विभाग कर रहा अनदेखी

जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों को कई बार टंकी के क्षतिग्रस्त होने एवं गिरने के खतरे के बारे में अवगत कराया गया है. लेकिन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. अधिकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त टंकी की मरम्मत और नवनिर्माण का कई बार कोटेशन भिजवाया गया. विभाग इसकी भी अनदेखी कर रहा है. टंकी से रोजाना पानी की सप्लाई नगर में की जा रही है. मोहल्लेवासियों ने प्रशासन एवं जलदाय विभाग से शीघ्र ही यहां नई टंकी के निर्माण की मांग की है.

धरियावद (प्रतापगढ़). नगर में पशु चिकित्सालय के सामने बस्ती क्षेत्र में 38 साल पहले पानी की टंकी का निर्माण हुआ था. विगत कई महीनों से टंकी बुरी तरह से से जर्जर अवस्था में पड़ी हुई है. टंकी पर चढ़ने के लिए बनी सीढ़िया कई जगह से क्षतिग्रस्त हो रखी है. यहां तक की रैलिंग भी टूटी हुई है. टंकी में जगह-जगह से प्लास्टर निकल गया है. जिससे चारों ओर दरार आने के साथ ही लोहे के सरिए बाहर निकल गए है.

मोहल्लेवासियों ने बताया कि आस-पास बस्ती क्षेत्र है. इस क्षतिग्रस्त टंकी के गिरने की भी संभावना बनी रहती है. जिससे क्षेत्र के लोगों को हर समय चिंता सताती रहती है. टंकी के क्षतिग्रस्त होने से चारों ओर से पानी टपक रहा है, जिससे पानी भी व्यर्थ ही बह रहा है. इसके अलावा टंकी की साफ-सफाई भी नहीं होती है. टंकी में दोपहर को पानी भरा रहता है. पर देर शाम को कभी बड़ी घटना ना हो जाए इसलिए पानी नहीं भरा जाता है.

पेयजल सप्लाई की टंकी जर्जर अवस्था में, विभाग कर रहा अनदेखी

जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों को कई बार टंकी के क्षतिग्रस्त होने एवं गिरने के खतरे के बारे में अवगत कराया गया है. लेकिन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. अधिकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त टंकी की मरम्मत और नवनिर्माण का कई बार कोटेशन भिजवाया गया. विभाग इसकी भी अनदेखी कर रहा है. टंकी से रोजाना पानी की सप्लाई नगर में की जा रही है. मोहल्लेवासियों ने प्रशासन एवं जलदाय विभाग से शीघ्र ही यहां नई टंकी के निर्माण की मांग की है.

Intro:जलदायविभाग की पेयजल सप्लाई की टंकी जर जर अवस्था मे।Body:धरियावद नगर के पशु चिकित्सालय हॉस्पिटल के सामने बस्ती क्षेत्र मे 38 वर्ष पूर्व पानी की टंकी का निर्माण हुआ विगत कई महीनों से टंकी बुरी तरह से जगह जगह से जंर्जर अवस्था में पड़ी हुई है ऊपर चढ़ने के लिए बनी सीढ़िया कई जगह से श्रतिग्रस्त हो रही है रेलिंग भी टूटी हुई है टंकी में जगह जगह से प्लास्तर निकल गया जिससे चारो ओर दरार आने के साथ लोहे के सलिए बाहर निकल गए मोहल्ले वासियो ने बताया आस पास बस्ती क्षेत्र होने से टंकी कभी भी गिरने की संभावना है जिससे भय व्याप्त है टंकी के बुरी तरह श्रतिग्रस्त होने से चारो ओर से पानी टपकने से व्यर्थ बह रहा है श्रतिग्रस्त होने से साफ सफाई के अभाव में टंकी में दोपहर को पानी भरा रहता है देर शाम कभी भी बड़ी घटना न हो इसमें पानी नही भरा जाता है स्थानीय जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों को कई बार टंकी के क्षतिग्रस्त होने एव गिरने के बारे में अवगत कराया गया परन्तु विभाग का इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा अधिकारियों द्वारा टंकी की मरमत व नवनिर्माण का कई बार कोटेशन भिजवाया गया परन्तु इस पर अनदेखी की जा रही टंकी से रोजाना पानी की सप्लाई नगर में की जा रही है मोहल्लेवासियों ने प्रशासन एव जलदाय विभाग से शीग्र ही टंकी निर्माण की मांग की है।Conclusion:बाईट: मोहल्लेवासी
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