ETV Bharat / state

प्रतापगढ़ः कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने के लिए मजबूत हुए अस्पताल, कई संसाधनों की हुई आपूर्ति

author img

By

Published : May 31, 2021, 10:58 AM IST

प्रतापगढ़ जिला अस्पताल कोरोना से लड़ने के लिए अब पूरी तरह से तैयार है. जहां अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन, सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, मानव संसाधनों की आपूर्ति की गई है. जिससे आगामी दिनों में कोरोना के उपचार को लेकर काफी राहत मिलेगी.

Resources came to hospital in Corona, प्रतापगढ़ अस्पताल में कई संसाधन मौजूद
कोरोना से लड़ने के लिए मजबूत हुए अस्पताल

प्रतापगढ़. कोरोना की दूसरी लहर में जिले के मरीजों और परिजनों को आवश्यक संसाधन के लिए काफी परेशान होना पड़ा है. ऐसे में अब जिला चिकित्सालय ने कोरोना उपचार के लिए खुद को तैयार कर लिया है. जिसमें ऑक्सीजन उत्पादन, सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, मानव संसाधनों की आपूर्ति की गई है. जिससे आगामी दिनों में कोरोना के उपचार को लेकर काफी राहत मिलेगी.

Resources came to hospital in Corona, प्रतापगढ़ अस्पताल में कई संसाधन मौजूद
जिला अस्पताल में बेहतक ढ़ंग से होगा कोरोना मरीजों का इलाज

गौरतलब है कि कोराना की दूसरी लहर ने कई लोगों को अपनी चपेट में लिया है. ऐसे में मरीजों को भर्ती कराने पर चिकित्सालयों में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. कभी बेड नहीं तो कभी ऑक्सीजन की कमी, कभी चिकित्साकर्मियों की कमी से मरीजों और परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसे देखते हुए जहां सरकार की ओर से आवश्यक संसाधनों की कमी को पूरी की है. वहीं भामाशाहों ने भी दान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. इसी का परिणाम है कि चिकित्सालयों में संसाधनों की कमी पूरी हो गई है. एक तरह से हम कह सकते है कि चिकित्सालय आत्मनिर्भर बनते जा रहे है.

Resources came to hospital in Corona, प्रतापगढ़ अस्पताल में कई संसाधन मौजूद
जिला अस्पताल में बेहतक ढ़ंग से होगा कोरोना मरीजों का इलाज

पढ़ें- टोंक की नगर फोर्ट, सवाई माधोपुर की मित्रपुरा और नागौर की सांजू तहसील में क्रमोन्नत, CM Gehlot ने दी स्वीकृति

बढ़ाया ऑक्सीजन का उत्पादन

जिला चिकित्सालय में 30 सिलेंडर की ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा था. कमी होने पर यहां प्रथम चरण में सरकार की ओर से 60 सिलेंडर के उत्पादन का प्लांट स्वीकृत किया गया. इसका कार्य अभी चल रहा है. वहीं चार सौ और डेढ़ सौ सिलेंडर के दो प्लांट और स्वीकृत किए गए है.

बढ़े डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ

कोरोना में मरीजों का उपचार करने के दौरान चिकित्साकर्मियों की कमी काफी खली है. इस पर यहां गत दिनों 40 नर्सिंग स्टाफ और 10 चिकित्सक भी बढ़ाए गए है. जिससे अब आगामी दिनों में काफी सुविधा रहेगी.

पढ़ें- डॉक्टर दंपती हत्याकांड : पुलिस ने 2 सह आरोपियों को किया गिरफ्तार...मुख्य आरोपियों की घटना से पहले और बाद में की थी मदद

बेड और मशीनें बढ़ाई

यहां जिला चिकित्सालय में बेड और अन्य मशीनों की सुविधाओं में विस्तार किया गया है. जिसमें 40 बेड और नए तैयार किए गए है. वहीं पहले 125 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा थी. इसे बढ़ाकर दो सौ कर दी गई है. इसके साथ ही सरकार और भामाशाहों ने मिलाकर सिलेंडर की संख्या सवा पांच सौ तक कर दी गई है. इसके साथ ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी पहले 14 ही थे, जो अब 70 हो गए है.

प्रतापगढ़. कोरोना की दूसरी लहर में जिले के मरीजों और परिजनों को आवश्यक संसाधन के लिए काफी परेशान होना पड़ा है. ऐसे में अब जिला चिकित्सालय ने कोरोना उपचार के लिए खुद को तैयार कर लिया है. जिसमें ऑक्सीजन उत्पादन, सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, मानव संसाधनों की आपूर्ति की गई है. जिससे आगामी दिनों में कोरोना के उपचार को लेकर काफी राहत मिलेगी.

Resources came to hospital in Corona, प्रतापगढ़ अस्पताल में कई संसाधन मौजूद
जिला अस्पताल में बेहतक ढ़ंग से होगा कोरोना मरीजों का इलाज

गौरतलब है कि कोराना की दूसरी लहर ने कई लोगों को अपनी चपेट में लिया है. ऐसे में मरीजों को भर्ती कराने पर चिकित्सालयों में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. कभी बेड नहीं तो कभी ऑक्सीजन की कमी, कभी चिकित्साकर्मियों की कमी से मरीजों और परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसे देखते हुए जहां सरकार की ओर से आवश्यक संसाधनों की कमी को पूरी की है. वहीं भामाशाहों ने भी दान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. इसी का परिणाम है कि चिकित्सालयों में संसाधनों की कमी पूरी हो गई है. एक तरह से हम कह सकते है कि चिकित्सालय आत्मनिर्भर बनते जा रहे है.

Resources came to hospital in Corona, प्रतापगढ़ अस्पताल में कई संसाधन मौजूद
जिला अस्पताल में बेहतक ढ़ंग से होगा कोरोना मरीजों का इलाज

पढ़ें- टोंक की नगर फोर्ट, सवाई माधोपुर की मित्रपुरा और नागौर की सांजू तहसील में क्रमोन्नत, CM Gehlot ने दी स्वीकृति

बढ़ाया ऑक्सीजन का उत्पादन

जिला चिकित्सालय में 30 सिलेंडर की ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा था. कमी होने पर यहां प्रथम चरण में सरकार की ओर से 60 सिलेंडर के उत्पादन का प्लांट स्वीकृत किया गया. इसका कार्य अभी चल रहा है. वहीं चार सौ और डेढ़ सौ सिलेंडर के दो प्लांट और स्वीकृत किए गए है.

बढ़े डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ

कोरोना में मरीजों का उपचार करने के दौरान चिकित्साकर्मियों की कमी काफी खली है. इस पर यहां गत दिनों 40 नर्सिंग स्टाफ और 10 चिकित्सक भी बढ़ाए गए है. जिससे अब आगामी दिनों में काफी सुविधा रहेगी.

पढ़ें- डॉक्टर दंपती हत्याकांड : पुलिस ने 2 सह आरोपियों को किया गिरफ्तार...मुख्य आरोपियों की घटना से पहले और बाद में की थी मदद

बेड और मशीनें बढ़ाई

यहां जिला चिकित्सालय में बेड और अन्य मशीनों की सुविधाओं में विस्तार किया गया है. जिसमें 40 बेड और नए तैयार किए गए है. वहीं पहले 125 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा थी. इसे बढ़ाकर दो सौ कर दी गई है. इसके साथ ही सरकार और भामाशाहों ने मिलाकर सिलेंडर की संख्या सवा पांच सौ तक कर दी गई है. इसके साथ ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी पहले 14 ही थे, जो अब 70 हो गए है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.