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राजस्थान : नहीं रहे विधायक गौतम लाल, छात्र जीवन से थे राजनीति में सक्रिय

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Published : May 19, 2021, 2:30 PM IST

प्रतापगढ़ जिले के धरियावद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा का आज कोरोना के चलते निधन हो गया. उदयपुर के एमबी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. विधायक मीणा वसुंधरा राजे के काफी करीबी माने जाते थे.

rajasthan bjp mla gautam lal meena passes away
धरियावद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक

प्रतापगढ़. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार गौतम लाल मीणा छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे. 2003 में पहली बार विधायक बनने से पूर्व वे धरियावद पंचायत समिति के प्रधान भी रहे. 2013 में दोबारा इस विधानसभा में बतौर विधायक चुने गए. विधायक गौतम लाल मीणा अपने सरल और शांत स्वभाव के चलते हर वर्ग के लोगों के दिलों में विशेष स्थान रखते थे.

मीणा सभी से विनम्रता के साथ संवाद करते और सुख-दुख में के साथ खड़े रहते थे. हर समाज के बीच उनका अच्छा वर्चस्व था. भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा ने क्षेत्र के विकास को लेकर हरसंभव प्रयास किए. इस बात को ना सिर्फ भाजपाई, बल्कि जनता भी मानती है. आदिवासी इलाका होने के बावजूद यहां जमकर विकास किया. धरियावद विधानसभा में प्रमुख रूप से 32 करोड़ के तालाब-एनिकट बनाए गए. जल स्वावलंबन योजना में हुए कार्यों से जलस्तर बढ़ा, झल्लारा को पंचायत समिति बनाया गया. 100 से ज्यादा गांवों में सैंकड़ों किलोमीटर की पक्की सड़कें बनीं, जिससे आवागमन आसान हुआ.

पढ़ें : मीणा के निधन पर भाजपा में शोक की लहर, राज्यपाल-विधानसभा अध्यक्ष सहित इन राजनेताओं ने जताई शोक संवेदना

जाखम नदी की पुरानी नहरों का 100 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से जीर्णोद्धार हो रहा है. कई जगह साधारण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाकर सुविधाओं में विस्तार किया. जनजाति विकास विभाग ने भी कई सौगातें दीं.

मीणा का चुनावी सफर...

  • विधायक मीणा के चुनावी सफर की बात की जाए तो उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नगराज मीणा को करीब 7000 वोटों से हराया.
  • 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के गौतम लाल मीणा को करीब 1,7000 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा. इससे पूर्व यह लसाडिया विधानसभा थी.
  • 2003 के विधानसभा चुनाव में गौतम लाल मीणा ने कांग्रेस के नंगराज मीणा को करीब 3,500 वोटों से हराया था.
  • 1998 के विधानसभा चुनाव में गौतम लाल मीणा को करीब 6,500 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था.

धरियावद विधानसभा में प्रतापगढ़ जिले की धरियावद, उदयपुर जिले की झल्लारा और लसाडिया पंचायत समितियां आती हैं. वर्ष 2008 में प्रतापगढ़ के जिला बनने के बाद धरियावद विधानसभा का गठन हुआ. इसमें प्रतापगढ़ जिले से धरियावद और उदयपुर जिले से लसाडिया और झल्लारा को लिया गया. इससे पूर्व यह लसाडिया विधानसभा थी.

धरियावद विधानसभा में धरियावद पंचायत समिति की सभी 38 ग्राम पंचायतें, लसाडिया पंचायत समिति की सभी 42 और झल्लारा पंचायत समिति की सभी 22 ग्राम पंचायतें आती हैं. इस तरह कुल 102 ग्राम पंचायतें इस विधानसभा के अंतर्गत आती हैं.

प्रतापगढ़. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार गौतम लाल मीणा छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे. 2003 में पहली बार विधायक बनने से पूर्व वे धरियावद पंचायत समिति के प्रधान भी रहे. 2013 में दोबारा इस विधानसभा में बतौर विधायक चुने गए. विधायक गौतम लाल मीणा अपने सरल और शांत स्वभाव के चलते हर वर्ग के लोगों के दिलों में विशेष स्थान रखते थे.

मीणा सभी से विनम्रता के साथ संवाद करते और सुख-दुख में के साथ खड़े रहते थे. हर समाज के बीच उनका अच्छा वर्चस्व था. भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा ने क्षेत्र के विकास को लेकर हरसंभव प्रयास किए. इस बात को ना सिर्फ भाजपाई, बल्कि जनता भी मानती है. आदिवासी इलाका होने के बावजूद यहां जमकर विकास किया. धरियावद विधानसभा में प्रमुख रूप से 32 करोड़ के तालाब-एनिकट बनाए गए. जल स्वावलंबन योजना में हुए कार्यों से जलस्तर बढ़ा, झल्लारा को पंचायत समिति बनाया गया. 100 से ज्यादा गांवों में सैंकड़ों किलोमीटर की पक्की सड़कें बनीं, जिससे आवागमन आसान हुआ.

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जाखम नदी की पुरानी नहरों का 100 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से जीर्णोद्धार हो रहा है. कई जगह साधारण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाकर सुविधाओं में विस्तार किया. जनजाति विकास विभाग ने भी कई सौगातें दीं.

मीणा का चुनावी सफर...

  • विधायक मीणा के चुनावी सफर की बात की जाए तो उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नगराज मीणा को करीब 7000 वोटों से हराया.
  • 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के गौतम लाल मीणा को करीब 1,7000 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा. इससे पूर्व यह लसाडिया विधानसभा थी.
  • 2003 के विधानसभा चुनाव में गौतम लाल मीणा ने कांग्रेस के नंगराज मीणा को करीब 3,500 वोटों से हराया था.
  • 1998 के विधानसभा चुनाव में गौतम लाल मीणा को करीब 6,500 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था.

धरियावद विधानसभा में प्रतापगढ़ जिले की धरियावद, उदयपुर जिले की झल्लारा और लसाडिया पंचायत समितियां आती हैं. वर्ष 2008 में प्रतापगढ़ के जिला बनने के बाद धरियावद विधानसभा का गठन हुआ. इसमें प्रतापगढ़ जिले से धरियावद और उदयपुर जिले से लसाडिया और झल्लारा को लिया गया. इससे पूर्व यह लसाडिया विधानसभा थी.

धरियावद विधानसभा में धरियावद पंचायत समिति की सभी 38 ग्राम पंचायतें, लसाडिया पंचायत समिति की सभी 42 और झल्लारा पंचायत समिति की सभी 22 ग्राम पंचायतें आती हैं. इस तरह कुल 102 ग्राम पंचायतें इस विधानसभा के अंतर्गत आती हैं.

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