प्रतापगढ़. जिले के धरियावद पुलिस का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है. शुक्रवार सुबह पुलिस थाने के बाहर से निकल रहे जैन समाज के रथ को पुलिस ने रोक लिया. कड़ाके की ठंड के बीच करीबन 1 घंटे तक जैन समाज के लोगों व रथ को बाहर खड़ा रखा गया. गुस्साए समाज जनों ने रथ को रोके जाने पर थाने के बाहर विरोध (Jain samaj protest against Dhariyawad police) जताया.
धरियावद नगर में जैन समाज के एक लाभार्थी के मकान के मुहूर्त के दौरान जैन मंदिर से नवीन आवास पर भगवान का रथ लेकर जा रहे थे. तब पुलिस ने सुबह का वक्त होने और पुलिस की नींद में खलल होने का हवाला देते हुए रथ को रोक लिया. हालांकि पुलिस की ओर से रथ रोकने के मामले में अब तक कोई ठोस वजह नहीं बताई है. रथ के साथ चल रहे हैं बैंड को पुलिस ने थाना परिसर में खड़ा कर लिया. लोगों का विरोध देख पुलिस ने बैंड को छोड़ दिया. इस मामले को लेकर जैन समाज में काफी रोष है.
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समाज की ओर से धरियावद थाने के सीआई को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में बताया कि धरियावद के सीआई प्रदीप मेघवाल के बैंड को रुकवा कर थाने में बंद कर भक्तों को करीब 40 मिनट तक थाने के बाहर खड़े रखना शर्मनाक है. भगवान की यात्रा को इस तरह से रोकना साफ तौर पर व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं मानसिकता को दर्शाता है. ज्ञापन में मांग करते हुए कहा कि ऐसे जातिवादी सोच रखने वाले सीआई को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए. अन्यथा सर्व समाज इसका पुरजोर तरीके से विरोध कर उग्र आंदोलन करेगा.
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ज्ञापन में पुलिस पर आरोप लगाया है कि जैन समाज के आराध्य देव क्षेत्रपाल मंदिर से आभूषणों की चोरी के मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होना, पुलिस की विफलता बयां करता है. मामले को लेकर धरियावद विधायक नगराज मीणा ने धरियावद सीआई को हटाने को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. विधायक ने पत्र में लिखा कि सीआई को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया जाए. विधायक ने कहा सीआई ने समाज के रथ को रोक, अभद्रता व धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है.