प्रतापगढ़. जिले में अपराध और अपराधियों के लिए मशहूर अखेपुर गांव में मंगलवार शाम को पुलिस की स्पेशल टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की. इस दौरान पुलिस ने गांव के कई घरों में दबिश दी, जहां जिले के हिस्ट्रीशीटर गुल्लू उर्फ गुलनवाज, वीरेंद्र पाल सिंह, दिलीप मीणा और दो अन्य ने डीएसटी टीम पर फायरिंग कर दी. इसके बाद मौके का फायदा उठाकर पांचों आरोपी वहां से फरार हो गए. पुलिस की ओर से बताया गया कि आरोपियों ने पुलिस पर पांच राउंड फायरिंग की. बावजूद इसके पुलिस ने कार्रवाई को जारी रखा. इस दौरान पुलिस ने गांव के ही एक अन्य हिस्ट्रीशीटर व मध्यप्रदेश के इनामी आरोपी रफीक के घर से डेढ़ किलो अफीम के डोडे बरामद किए.
वहीं, हिस्ट्रीशीटर की पत्नी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. बताया गया कि पुलिस की सूचना के बाद रफीक की पत्नी भी मौके से फरार हो गई. जिसकी स्पेशल टीम अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर तलाश कर रही है. इतना ही नहीं पुलिस ने गांव के ही एक अन्य घर से 18 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद किया है. इधर, पुलिस पर फायरिंग करने वाले गुल्लू उर्फ गुलनवाज और वीरेंद्र पाल सिंह आदतन अपराधी है, जो जेल रिटर्न हैं.
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एसपी अमित कुमार के निर्देशन में पुलिस ने आर्म्स एक्ट और एनडीएस एक्ट में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है. एसपी ने बताया कि संगठित अपराध करने पर संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी कोर्ट के आदेश पर की जाएगी. फिलहाल पुलिस ने एनडीपीएस के संसोधित धरा सेक्शन 57 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है.
मामले में पुलिस ने आगे बताया कि गांव में हार्डकोर अपरधियों के होने की सूचना मिली थी. जिस पर एसपी अमित कुमार के निर्देशन में स्पेशल टीम के नरेन्द्र सिंह भाटी और उनकी टीम ने अखेपुर गांव में दबिश की कार्रवाई की. इस दौरान उनकी टीम पर जिले के हिस्ट्रीशीटर गुल्लू उर्फ गुलनवाज, वीरेंद्र पाल सिंह, दिलीप मीणा और दो अन्य ने फायरिंग भी की. साथ ही मौके का फायदा उठाकर पांचों आरोपी वहां से भाग निकले.
धारा 307 आईपीसी में मुकदमा दर्ज - मामले का खुलासा करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम को डीएसपी टीम को आदतन अपराधी व कई अन्य संदिग्धों के गांव में होने की सूचना मिली थी. इसके बाद नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम वहां पहुंची, जहां हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र पाल और दिलीप मीणा समेत अन्य दो आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. वहीं, पुलिस टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के साथ ही एनडीपीएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. इधर, आर्म्स एक्ट की संशोधित धाराओं को भी आगे लगाया जाएगा.