प्रतापगढ़. जिले में चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों को एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा का चूना लगाने वाले दो शातिर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन शातिर ठगों के खिलाफ मध्यप्रदेश के मंदसौर पुलिस ने भी मामला दर्ज किया है. वहीं गिरफ्तार आरोपी ठगी की रकम में से अधिकांश अपने मौज शौक और अय्याशी पर खर्च कर चुके है.
जांच अधिकारी प्रकाश चंद्र मीणा ने बताया कि बसाड़ निवासी ईश्वरलाल भोई और धरियावद निवासी प्रीतेश दोषी ने मिलकर विंसन स्टाइल लाइफ केयर और वेबी लाइफ केयर नाम की चिटफंड कंपनी बनाई. जिस का हेड ऑफिस इन्होंने उदयपुर रखा. इस कंपनी के माध्यम से इन्होंने लाखों रुपए इकट्ठे किए और लोगों को मूलधन की गारंटी के नाम पर कंपनी के नाम से अपने खातों के चेक दिए.
साथ ही प्रतिमाह दो हजार से 3 हजार रुपए बोनस इनके खातों में जमा कराने का झांसा देते हुए महंगे महंगे गिफ्ट भी दिए. बीते 2 साल से यह लोगों को झांसा देकर इसी तरह रकम ऐंठ रहे थे. बीती 7 दिसंबर को प्रतापगढ़ शहर की वैलोसिटी के रहने वाले तहसीन उल्ला अंसारी ने मामला दर्ज करवाया कि इन दोनों ने मिलकर उससे साढे 6 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. उसने प्रीतेश दोषी के खाते में यह राशि नगद और ऑनलाइन ट्रांसफर की इसके एवज में इन्होंने 1880 रुपए प्रति माह उसके खाते में भुगतान की बात कही और उस राशि के चेक भी दिए, लेकिन यह दोनों अब भुगतान में आनाकानी कर रहे हैं.
इस पर कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि इलाके के साथ मध्यप्रदेश के मंदसौर और आसपास के गांव से भी दोनों ने चिटफंड कंपनी के माध्यम से लोगों से लाखों रुपए हड़प थे. जांच में यह भी सामने आया कि इन लोगों ने एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा की राशि अपने खातों में नगद या ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए हैं. पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और जांच के दौरान इनके बैंक स्टेटमेंट, कंपनी के रजिस्ट्रेशन और अन्य दस्तावेज जब्त किए.
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जिससे यह सामने आया कि इन लोगों ने प्रार्थी और अन्य को धोखा देकर यह राशि हड़पी थी. दोनों ने अपने मौज शौक और पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए यह रास्ता अख्तियार किया था. इस खेल में इन्होंने किसी से दो लाख किसी से चार लाख और किसी से 6 लाख रुपए लिए थे. दोनों बदमाश इतने शातिर है कि इन्होंने कंपनी के आयकर नंबर, जीएसटी नंबर और बकायदा इसका रजिस्ट्रेशन भी करवा रखा था और लोगों को इन्हीं रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर यह बेवकूफ बनाते थे. फिलहाल दोनों पुलिस की गिरफ्त में है और आगे जांच जारी है.