प्रतापगढ़. जिले के पीपलखूंट के एक मरीज की मौत के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने और छोटीसादड़ी में एक अन्य युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद ग्रीन जोन में पहुंचा प्रतापगढ़ एक बार फिर से ऑरेंज जोन में पहुंच गया है. मंगलवार को कलेक्टर अनुपमा जोरवाल ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जिले की स्थिति के बारे में बताया. कलेक्टर जोरवाल ने कहा कि वायरस की कोई एक्सपायरी डेट नहीं है. इसलिए लॉकडाउन में जो छूट मिल रही है, उसका गलत फायदा नहीं उठा कर सख्ती से नियमों की पालना करनी होगी.
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कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के बंबोरी और मजरा पावटी गांव जहां पर 3 मई को कर्फ्यू लगाया गया हैं. इस कंटेनमेंट एरिया में कर्फ्यू की सख्ती से पालना करवाना आवश्यक हैं. जिससे कोरोना संक्रमण के प्रभाव को रोका जा सके.
गौरतलब है कि जिले के मजरा पावटी के एक व्यक्ति की जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. जिसकी रिपोर्ट बाद में कोरोना पॉजिटिव आई. इसी तरह बंबोरी निवासी एक युवक की कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 3 मई को दोनों गांव में 1 किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया था. इस इलाके में जो पॉजिटिव के संपर्क वाले लोग थे. उनका नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था.
जांच में 63 लोगों के नमूने नेगेटिव पाए गए हैं, जो राहत की बात है. हालांकि एक की रिपोर्ट आना बाकी हैं. वहीं जिला चिकित्सालय के जनरल वार्ड में भर्ती रहकर मरने वाले कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में संभावित 15 मेडिकल स्टाफ और वार्ड में भर्ती 30 के करीब लोगों के सैंपल भी चिकित्सा विभाग ने लिए हैं. जिन्हें जांच के लिए भेजा हैं. अभी मेडिकल वार्ड में पिछले दिनों में भर्ती लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है. ऐसे में 47 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी हैं.
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अपने-अपने राज्यों के पोर्टल पर कर सकते हैं आवेदन
जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन में फंसे लोग अब ई-पास के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए यह लोग अपने साधनों से या फिर साधन की व्यवस्था कर प्रदेश में या प्रदेश के बाहर अपने घर जा सकते हैं. आप जिस राज्य में फंसे है, उस राज्य के पोर्टल पर अपना आवेदन कर सकते हैं. जिसके बाद राज्य सरकार अपने परिवहन से उन्हे अपने जिले तक भेजा जाएगा. इसी के साथ ही राज्य में एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए जिला कलेक्टर अनुमति दे सकेंगे.