प्रतापगढ़. प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने गुरुवार को इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की औपचारिक शुरुआत प्रतापगढ़ सहित चार जिलों में वर्चुअल माध्यम से की. इस दौरान उन्होंने प्रतापगढ़ शहर के वार्ड संख्या 19 निवासी शबाना और वार्ड संख्या 23 निवासी आशा से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से रूबरू होकर उनके स्वास्थ्य की कुशलक्षेम पूछी.
इस अवसर पर दोनों लाभार्थियों के प्रथम रूप में चयनित होने पर उन्हें एक-एक हजार रुपए का चेक वर्चुअल माध्यम से सौंपा. जिसको स्थानीय स्तर पर एडीएम गोपाल स्वर्णकार ने लाभार्थियों को सौंपा. इसी के साथ योजना की शुरूआत प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और उदयपुर में कर दी गई. मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से उनके दैनिक आहार और पोषण आदि के बारे में जानकारी ली. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जब तक माता का स्वास्थ्य उत्तम नहीं होगा, तब तक स्वस्थ्य भविष्य की परिकल्पना मुश्किल है.
पढ़ेंः अब सरकारी डॉक्टर प्राइवेट अस्पतालों में नहीं कर सकेंगे मरीजों का इलाज...होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
ऐसे में उन्होंने इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को सुपोषित राजस्थान के लिए एक मील का पत्थर बताया. साथ ही उन्होंने सुरक्षित और पोषित मातृत्व के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी भी दी. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अलग अलग चरणों में दूसरी बार गर्भवती होने वाली माताओं को 6 हजार रुपए का नकद लाभ उनके खातों में दिया जाएगा. इस अवसर पर जिले के ग्राम पंचायत स्तर पर केंद्र जुड़े रहें.