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प्रतापगढ़ः कोरोना के खौफ से नहीं मिल रहे यात्री, तीसरे दिन भी नहीं चली कोई बस

कोरोना के खौफ के कारण यात्री नहीं मिलने से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. कोरोना के चलते लोग अभी यात्रा करने से बचते नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से राजस्थान रोडवेज की तरफ से प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के बीच चलाई जाने वाली बसें शनिवार को भी शुरू नहीं की जा सकीं. इसके लिए अब राजस्थान रोडवेज ने 30 मई के बाद नए रूट तय करने का फैसला लिया है.

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यात्रियों के आभाव में नहीं चल सकी बसें
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Published : May 26, 2020, 2:57 PM IST

प्रतापगढ़. सरकार ने लॉकडाउन 4 की घोषणा करते समय ऑरेंज और ग्रीन जोन में शामिल जिलों में रोडवेज बसों के संचालन की अनुमति दे दी थी. लेकिन कोरोना के खौफ के कारण यात्री नहीं मिलने से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. संक्रमण के चलते लोग अभी यात्रा करने से बचते नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से राजस्थान रोडवेज की तरफ से प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के बीच चलाई जाने वाली बसें शनिवार को भी शुरू नहीं की जा सकीं. इसके लिए अब राजस्थान रोडवेज ने 30 मई के बाद नए रूट तय करने का फैसला लिया है.

यात्रियों के आभाव में नहीं चल सकी बसें

मुख्य प्रबंधक रोडवेज भरत मीणा ने कहा कि, फिलहाल यात्री नहीं आ रहे हैं. प्रतापगढ़ से किसी ने अभी तक टिकट भी बुक नहीं कराई है. सोमवार को बांसवाड़ा से जयपुर के लिए रवाना होने वाली बस भी केवल 9 यात्रियों को लेकर रवाना हुई. वहीं, जयपुर से वापस बांसवाड़ा आई बस में भी केवल 11 यात्री ही आए. बसों में यात्रियों की यही स्थिति रही तो, जो बसें संचालित हो रही हैं, उनको भी बंद करना पड़ेगा. लोगों में कोरोना के डर का असर यातायात पर साफ दिख रहा है. लोग यात्रा करने से बच रहे हैं. जरुरत पड़ने पर भी लोग अपने वाहनों से यात्रा कर रहे हैं. जिसकी वजह से रोडवेज बसों में यात्रियों की कमी नजर आ रही है.

पढ़ेंः राजगढ़ SHO सुसाइड मामलाः भाजपा का विवाद करना एक ढर्रा बन गया है- हरीश चौधरी

बसों में नहीं हैं बचाव के बंदोबस्त...

लोगों का रोडवेज बसों का जगह अपने वाहन से सफर करना का एक मुख्य कारण ये भी है कि, बसों में कोरोना के संक्रमण से बचाव पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. वहीं, प्रशासन ने भी अभी तक इसको लोकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. जिसकी वजह से लोगों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर भय बना हुआ है.

टेंपो चालकों पर भी पड़ रहा है प्रभाव...

रोडवेज की बसों के संचालन की शुरुआत होने के बाद भी जिला मुख्यालय से अभी तक कोई बस नहीं चली है. ऐसे में टेंपो चालको और कई अन्य लोग जिनका रोजमर्रा का व्यवसाय राहगीरों की वजह से चलता है, उनका भी व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है. रोडवेज की जो बसें चल रही हैं, वो भी गिने-चुने यात्रियों को लेकर सफर कर रही हैं. ऐसे में बसों में यात्रियों के नहीं आने से टेंपो चालक भी काफी परेशान नजर आ रहे हैं.

प्रतापगढ़. सरकार ने लॉकडाउन 4 की घोषणा करते समय ऑरेंज और ग्रीन जोन में शामिल जिलों में रोडवेज बसों के संचालन की अनुमति दे दी थी. लेकिन कोरोना के खौफ के कारण यात्री नहीं मिलने से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. संक्रमण के चलते लोग अभी यात्रा करने से बचते नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से राजस्थान रोडवेज की तरफ से प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के बीच चलाई जाने वाली बसें शनिवार को भी शुरू नहीं की जा सकीं. इसके लिए अब राजस्थान रोडवेज ने 30 मई के बाद नए रूट तय करने का फैसला लिया है.

यात्रियों के आभाव में नहीं चल सकी बसें

मुख्य प्रबंधक रोडवेज भरत मीणा ने कहा कि, फिलहाल यात्री नहीं आ रहे हैं. प्रतापगढ़ से किसी ने अभी तक टिकट भी बुक नहीं कराई है. सोमवार को बांसवाड़ा से जयपुर के लिए रवाना होने वाली बस भी केवल 9 यात्रियों को लेकर रवाना हुई. वहीं, जयपुर से वापस बांसवाड़ा आई बस में भी केवल 11 यात्री ही आए. बसों में यात्रियों की यही स्थिति रही तो, जो बसें संचालित हो रही हैं, उनको भी बंद करना पड़ेगा. लोगों में कोरोना के डर का असर यातायात पर साफ दिख रहा है. लोग यात्रा करने से बच रहे हैं. जरुरत पड़ने पर भी लोग अपने वाहनों से यात्रा कर रहे हैं. जिसकी वजह से रोडवेज बसों में यात्रियों की कमी नजर आ रही है.

पढ़ेंः राजगढ़ SHO सुसाइड मामलाः भाजपा का विवाद करना एक ढर्रा बन गया है- हरीश चौधरी

बसों में नहीं हैं बचाव के बंदोबस्त...

लोगों का रोडवेज बसों का जगह अपने वाहन से सफर करना का एक मुख्य कारण ये भी है कि, बसों में कोरोना के संक्रमण से बचाव पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. वहीं, प्रशासन ने भी अभी तक इसको लोकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. जिसकी वजह से लोगों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर भय बना हुआ है.

टेंपो चालकों पर भी पड़ रहा है प्रभाव...

रोडवेज की बसों के संचालन की शुरुआत होने के बाद भी जिला मुख्यालय से अभी तक कोई बस नहीं चली है. ऐसे में टेंपो चालको और कई अन्य लोग जिनका रोजमर्रा का व्यवसाय राहगीरों की वजह से चलता है, उनका भी व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है. रोडवेज की जो बसें चल रही हैं, वो भी गिने-चुने यात्रियों को लेकर सफर कर रही हैं. ऐसे में बसों में यात्रियों के नहीं आने से टेंपो चालक भी काफी परेशान नजर आ रहे हैं.

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