प्रतापगढ़. प्रतापगढ़ पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी के फोटो एडिट कर अशिष्ट वीडियो वायरल करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. जिसे शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपी को 14 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेजा है.
शनिवार को एसपी अमीत कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसकी ओर से इंटरनेट पर पिछले 10 से 12 साल में जो भी सामग्री थी, उसे चिन्हित करने का काम किया. ट्विटर पर आरोपी 2015 से एक्टिव था. तब से लेकर अब तक लगातार एक लाख 10 हजार के आसपास ट्वीट व रिट्वीट कर चुका था. विवादित पोस्ट करने के बाद भी आरोपी ने वीडियो को जानबूझकर डिलीट नहीं किया. ट्विटर की तरफ से उसको अकाउंट सस्पेंशन का नोटिफिकेशन जारी किया गया. उसके बाद ट्विटर के द्वारा ही उस पोस्ट को ब्लॉक किया गया.
पढ़ें: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी व सोनिया गांधी का अशिष्ट वीडियो वायरल करने के मामले में एक गिरफ्तार
साइबर अपराध के सबूत कभी खत्म नहीं होते: एसपी अमीत कुमार ने बताया कि साइबर अपराध कर आरोपी सोचता है कि वह सबूत मिटा देगा, लेकिन साइबर अपराध के सबूत कभी भी मिटाए नहीं जा सकते हैं. अगर कोई व्यक्ति अपनी पहचान छुपा कर भी सोशल मीडिया पर क्राइम करता है, तो वह भी पुलिस से बच नहीं सकता है. एसपी अमित कुमार ने कहा कि जिले में भी फरार आरोपियों को जल्द तकनीकी सहायता से ढूंढ़ कर गिरफ्तार किया जाएगा.
पढ़ें: राष्ट्रपति से सम्मानित होने का फर्जी फोटो वायरल करना युवक को पड़ा महंगा, जोधपुर से गिरफ्तार
यह है मामला: प्रतापगढ़ पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी के फोटो एडिट कर अशिष्ट वीडियो वायरल करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. इस संबंध में गत 3 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस अधीक्षक ने मुकदमा दर्ज होते ही त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष टीम का गठन कर आरोपी बिपिन कुमार सिंह शांडिल्य को गिरफ्तार किया. आरोपी बिहार का निवासी है. वह काफी समय से संगम विहार, नई दिल्ली में रह रहा था.