जैतारण (पाली). कलालिया ग्राम पंचायत के श्रमिकों ने मंगलवार को कलालिया ग्राम पंचायत मुख्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया. श्रमिकों ने आरोप लगाया कि आवेदन के बावजूद मनरेगा के तहत उन्हें काम नहीं मिला. वहीं प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने गीत गाकर प्रशासन से रोजगार मांगा.
एक ओर राज्य सरकार मनरेगा में रोजगार देने की बात कह रही है. दूसरी ओर पाली जिले के रायपुर उपखंड में कई ग्राम पंचायतों के राजस्व ग्रामों में अभी तक कार्यों की स्वीकृति के अभाव में रोजगार नहीं मिल रहा है. ऐसे में राज्य सरकार के मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध करवाने के दांवे खोखले साबित हो रहे हैं. वहीं रोजगार नहीं मिलने पर श्रमिकों ने कलालिया ग्राम पंचायत मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं महिलाएं ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सुबह 6 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक प्रदर्शन करती रही.
यह भी पढ़ें. पाली में 11 नए कोरोना पॉजिटिव मामले, संक्रमितों का कुल आंकड़ा पहुंचा 602
कार्यवाहक ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ग्राम पंचायत में 800 श्रमिकों ने मनरेगा योजना के तहत रोजगार प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था. स्वीकृति के आधार पर 429 श्रमिकों को रोजगार दे दिया गया है. वहीं बाकी लोगों को स्वीकृति आने पर ही रोजगार दिया जाना संभव है. इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है.
यह भी पढ़ें. पाली: अवैध रूप से संचालित कपड़ा इकाइयों पर कार्रवाई
मजदूर किसान शक्ति संगठन की कार्यकताओं का कहना है कि श्रमिकों के आवेदन के बावजूद रोजगार नहीं देकर उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस बारे में पंचायत से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद सभी टोलमटोल कर रहे हैं.