पाली. जिले के जिला मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यालय में सोमवार सुबह आयोजित हुए एक कल्याणकारी शिविर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. इसका कारण कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से फर्जी संगठन बनाने के बाद काग्रेस भवन में लोगों को इकट्ठा करने के कारण हुआ है. इसके अलावा इस हंगामें और लोगों को इकट्ठा करने के मामले में जब पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से लोगों को कांग्रेस भवन से बाहर निकाला गया तो, नाराज लोग जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
जहां, उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. इधर, हंगामा बढ़ते हुए कोतवाली पुलिस के दल की ओर से लोगों को इकट्ठा करने के आरोप में कांग्रेस नेता ओम मंडोरा को हिरासत में भी लिया गया है. वहीं, अभी तक मिली जानकारी के अनुसार रविवार को राष्ट्रीय कांग्रेस एक्शन फोर्स के नाम पर पाली शहर के विभिन्न हिस्सों में टैक्सी घुमाते हुए लोगों में पंप्लेट बांटे गए थे. इस पंप्लेट में सरकार की लाभकारी योजनाओं का फायदा लोगों को दिलाने के नाम पर सोमवार को कांग्रेस भवन में इकट्ठा होने के लिए कहा गया था.
इसके तहत सोमवार सुबह आसपास के जरूरतमंद लोग कांग्रेस भवन में इकट्ठे हुए थे. जहां करीब 4 घंटे तक और लोगों को बिठाए हुए रखा गया. कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से फॉर्म पर लोगों के साइन लेते हुए अलग-अलग योजनाओं के संबंध में जानकारी ली गई थी.
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इस मामले की जानकारी अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को मिलने के बाद जब वह कांग्रेस भवन पहुंचे तो दोनों ही पक्षों के बीच हंगामा खड़ा हो गया. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ओर से हंगामा करते हुए इस संगठन को फर्जी संगठन बताते हुए सभी लोगों को बाहर जाने के लिए कहा गया. जिससे नाराज हुए लोग जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और लोगों को गुमराह करने वाले इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर आई सामने
कांग्रेस भवन में हुए इस हंगामें के पीछे सबसे बड़ा कारण कांग्रेस के अंदर हो रखे दो गुटबाजी बताया जा रहा है. दोनों ही संगठन के पदाधिकारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के रूप में पहचान रखते हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के रूप में पहचाने जाने वाले संपत भंडारी की ओर से इस पूरे शिविर का आयोजन करवाया गया था. बताया यह भी जा रहा है कि संपत भंडारी की तरफ से पाली में यूआईटी चेयरमैन को लेकर दावेदारी भी की जा रही है. इसी को लेकर इस शिविर का आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन किया जाना था, लेकिन कांग्रेस के दूसरे गुट की ओर से इस शिविर का विरोध शुरू कर दिया गया. इस शिविर और इस संगठन के नाम पर लोगों को इकट्ठा किया गया था, उसे फर्जी बताया गया. इस शिविर का विरोध नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष हकीम भाई और अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ओर से किया गया था.