ETV Bharat / state

कोरोना पर भारी 'आस्था': पाली प्रशासन ने खींचे हाथ, अब समिति के भरोसे शीतला माता मेला

पाली में कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रशासन ने शीतला माता मेले के आयोजन से हाथ खींच लिए हैं. जिसके बाद शीतला माता मेला समिति ने मेले की परंपरा को जीवित रखने के लिए मेले के आयोजन को अपने स्तर पर करने का फैसला लिया है.

पाली न्यूज,  Sheetla Mata Mela
समिति करेगी शीतला माता मेले का आयोजन
author img

By

Published : Mar 15, 2020, 2:50 PM IST

पाली. कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर जिले में भी सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है. वहीं शीतला माता के मेले का आयोजन करवाने को लेकर सामाजिक संस्थाओं ने जिला कलेक्टर से मेले की स्वीकृति देने का आग्रह किया. जिस पर प्रशासन के इनकार के बाद बाद शीतला माता मेला समिति की ओर से अपने स्तर पर मेला आयोजन करने का फैसला लिया गया है.

समिति करेगी शीतला माता मेले का आयोजन

कोरोना वायरस की इमरजेंसी के बाद जिस प्रकार से पाली सहित सभी जिलों में एहतियात बरती जा रही है. इसी एहतियात के बीच पाली में भी सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर प्रशासन की ओर से रोक लगा दी गई है. इसके चलते होने वाला सबसे बड़ा शीतला माता का मेला भी अब खटाई में पड़ा हुआ है. जहां प्रशासन ने शीतला माता मेला आयोजन में किसी भी प्रकार से सरकारी बेड़े का सहयोग नहीं होने की बात कही है. वहीं पाली में इस परंपरा को जीवित रखने के लिए अब सामाजिक संस्थाओं व मेला विकास समिति की ओर से संघर्ष किया जा रहा है. रविवार को पाली शहर के विभिन्न सेवा संस्थाओं के लोग मिला विकास समिति के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की.

यह भी पढ़ें. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए चित्तौड़गढ़ डेयरी ने 51 हजार रुपए की सहायता राशि दी

पदाधिकारियों ने इस मेले को लेकर स्वीकृति देने का आग्रह किया. लेकिन प्रशासन की ओर से मेला आयोजन को लेकर साफ तौर से इनकार कर दिया गया है. ऐसे में अब सोमवार को पाली में होने वाला यह मेला मेला विकास समिति और सामाजिक संस्थाओं के जिम्मे रहेगा. सबसे बड़ी बात यह है कि इस मेले में सरकारी अधिकारियों या सरकारी विभागों की कोई भी सहायता नहीं की है.

आपको बता दें कि जिले में सबसे बड़े मेले के रूप में शीतला माता मेले की पहचान है. यहां पर करीब 3 किलोमीटर के मार्ग पर विभिन्न गैर दल गैर नृत्य की प्रस्तुति देते हैं. इसकी संपूर्ण व्यवस्था नगर परिषद की ओर से की जाती है. जिनमें सभी सरकारी अधिकारी भी मेहमान के रूप में मौजूद रहते हैं. मौजूद लोग सभी गैर दल का सम्मान करते हैं, लेकिन इस बार सरकार की ओर से जारी कोरोना वायरस इमरजेंसी निर्देश के बाद प्रशासन ने इस मेले की स्वीकृति देने से इनकार कर दिया है.

यह भी पढ़ें. जयपुर में कोरोना वायरस का चौथा मरीज आया सामने, स्पेन से लौटा युवक पाया गया पॉजिटिव

वहीं प्रशासन के इनकार के बाद शीतला माता मेला समिति की ओर से इस मेले की परंपरा को जीवित रखने के लिए मेले के आयोजन को अपने स्तर पर करने का फैसला लिया है. इसके चलते पाली के आदर्श नगर में एक बार फिर से शीतला माता मेला प्रांगण में मेले की तैयारियां शुरू हो चुकी है.

पाली. कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर जिले में भी सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है. वहीं शीतला माता के मेले का आयोजन करवाने को लेकर सामाजिक संस्थाओं ने जिला कलेक्टर से मेले की स्वीकृति देने का आग्रह किया. जिस पर प्रशासन के इनकार के बाद बाद शीतला माता मेला समिति की ओर से अपने स्तर पर मेला आयोजन करने का फैसला लिया गया है.

समिति करेगी शीतला माता मेले का आयोजन

कोरोना वायरस की इमरजेंसी के बाद जिस प्रकार से पाली सहित सभी जिलों में एहतियात बरती जा रही है. इसी एहतियात के बीच पाली में भी सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर प्रशासन की ओर से रोक लगा दी गई है. इसके चलते होने वाला सबसे बड़ा शीतला माता का मेला भी अब खटाई में पड़ा हुआ है. जहां प्रशासन ने शीतला माता मेला आयोजन में किसी भी प्रकार से सरकारी बेड़े का सहयोग नहीं होने की बात कही है. वहीं पाली में इस परंपरा को जीवित रखने के लिए अब सामाजिक संस्थाओं व मेला विकास समिति की ओर से संघर्ष किया जा रहा है. रविवार को पाली शहर के विभिन्न सेवा संस्थाओं के लोग मिला विकास समिति के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की.

यह भी पढ़ें. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए चित्तौड़गढ़ डेयरी ने 51 हजार रुपए की सहायता राशि दी

पदाधिकारियों ने इस मेले को लेकर स्वीकृति देने का आग्रह किया. लेकिन प्रशासन की ओर से मेला आयोजन को लेकर साफ तौर से इनकार कर दिया गया है. ऐसे में अब सोमवार को पाली में होने वाला यह मेला मेला विकास समिति और सामाजिक संस्थाओं के जिम्मे रहेगा. सबसे बड़ी बात यह है कि इस मेले में सरकारी अधिकारियों या सरकारी विभागों की कोई भी सहायता नहीं की है.

आपको बता दें कि जिले में सबसे बड़े मेले के रूप में शीतला माता मेले की पहचान है. यहां पर करीब 3 किलोमीटर के मार्ग पर विभिन्न गैर दल गैर नृत्य की प्रस्तुति देते हैं. इसकी संपूर्ण व्यवस्था नगर परिषद की ओर से की जाती है. जिनमें सभी सरकारी अधिकारी भी मेहमान के रूप में मौजूद रहते हैं. मौजूद लोग सभी गैर दल का सम्मान करते हैं, लेकिन इस बार सरकार की ओर से जारी कोरोना वायरस इमरजेंसी निर्देश के बाद प्रशासन ने इस मेले की स्वीकृति देने से इनकार कर दिया है.

यह भी पढ़ें. जयपुर में कोरोना वायरस का चौथा मरीज आया सामने, स्पेन से लौटा युवक पाया गया पॉजिटिव

वहीं प्रशासन के इनकार के बाद शीतला माता मेला समिति की ओर से इस मेले की परंपरा को जीवित रखने के लिए मेले के आयोजन को अपने स्तर पर करने का फैसला लिया है. इसके चलते पाली के आदर्श नगर में एक बार फिर से शीतला माता मेला प्रांगण में मेले की तैयारियां शुरू हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.