पाली. मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र में दुष्कर्म और उत्पीड़न जैसे मामलों में आरोपियों पर सख्त करवाई करने के बजाए मारवाड़ जंक्शन थाना प्रभारी पर पीड़ित पक्ष पर राजीनामे का दबाव बनाना महंगा पड़ा. इस गम्भीर मामले में पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने थाना प्रभारी माया पंडित को निलंबित कर दिया हैं. थाना प्रभारी ने लगातार दो मामलों में पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाया. इसकी शिकायत पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक से की, जानकारी गत 9 जून को चिरपटिया स्थित अपने ईट भट्टे पर काम करने वाली किशोरी के साथ राजेन्द्र सिंह ने दुष्कर्म किया था.
इस पर पीड़ित पक्ष ने मारवाड़ जंक्शन थाने में मामला भी दर्ज करवाया. आरोपी पीड़ित परिवार को राजीनामे के लिए धमका रहा था. इस पर पीड़ित पक्ष ने थाना प्रभारी को इसकी शिकायत की. लेकिन, थाना प्रभाती माया पंडित ने पीड़ित पर ही राजीनामे का दबाव बनाया. मजबूरन पीड़ित पक्ष को अपना गांव छोड़कर मारवाड़ में किराए का घर लेकर रहना पड़ा. इसके बाद भी आरोपी मारवाड़ आकर पीड़ित को धमकाता रहा. वही इस मामले की जानकारी रविवार को पुलिस अधीक्षक को मिलने के बाद पीड़ित को सुरक्षा दी गई.
वही रविवार को मारवाड़ जंक्शन में टॉफी लेने दुकान पर गई एक 6 वर्षीय बालिका के साथ दुकानदार सुखराम सीरवी के अश्लील हरकतें करने का मामला आया. पीड़ित पक्ष ने इस सम्बंध में मामला दर्ज करवाने की कोशिश की. लेकिन, थाना प्रभारी ने आरोपित को 151 में गिरफ्तार कर छोड़ दिया. वही मामला दर्ज करवाने पर अड़े पीड़ित परिवार पर राजीनामे का दबाव बनाया. सोमवार को इसकी जानकारी फिर से पुलिस अधीक्षक के सामने आई.
इसके बाद पुलिस ने आरोपित सुखराम सीरवी को गिरफ्तार किया. थाना प्रभारी माया पंडित के इन दोनों मामलों में आरोपितों से मिली भगत होने और पीड़ित पक्ष पर राजीनामे का दबाव बनाने के कारण पुलिस अधीक्षक ने उसे निलम्बित कर दिया हैं. साथ ही इस सम्बंध में जांच बाली एएसपी ब्रजेश कुमत सोनी को सौपी हैं. वही मारवाड़ थाना प्रभारी के रूप में एसआई गोपाल विश्नोई को लगाया हैं.