ETV Bharat / state

SPECIAL : लापरवाह हुए पाली के लोग...ना मास्क...ना सोशल डिस्टेंसिंग, हर तरफ बस भीड़ - rajasthan corona news

पाली में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी स्थिति को अब 1 साल पूरा होने को है. एक बार फिर से कोरोना संक्रमण नए रूप में देश में दहशत फैला रहा है. देश के 6 राज्यों में शुरू हुआ कोरोना संक्रमण के दूसरे स्ट्रेन का असर अब धीरे-धीरे और राजस्थान के सभी जिलों में नजर आने लगा है.

पाली में कोरोना संक्रमण, Corona infection in pali
पाली में बढ़ रहा कोरोना
author img

By

Published : Mar 21, 2021, 2:15 PM IST

पाली. कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी स्थिति को अब 1 साल पूरा होने को है. एक बार फिर से कोरोना संक्रमण नए रूप में देश में दहशत फैला रहा है. देश के 6 राज्यों में शुरू हुआ कोरोना संक्रमण के दूसरे स्ट्रेन का असर अब धीरे-धीरे और राजस्थान के सभी जिलों में नजर आने लगा है. पाली जिले में भी एक बार फिर से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा सामने आने लगा है.

पाली में बढ़ रहा कोरोना

इधर, पाली इस संक्रमण को लेकर पूरी तरह से बेपरवाह नजर आ रहा है. पाली जिले के सभी अस्पताल, बाजार, आम रास्ते व सार्वजनिक स्थान सभी जगह बेपरवाह भीड़ नजर आ रही है. जिनमें ना सोशल डिस्टेंस है, ना ही किसी ने मास्क पहना है. ऐसे में खतरनाक मान चुके कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोगों को बचाना पाली प्रशासन के सामने कड़ी चुनौती बनकर उभर रहा है. पाली प्रशासन की ओर से हर दिन अधिकारियों की बैठक लेकर एक नई रूपरेखा तैयार की जा रही है. लेकिन पाली वासियों की लापरवाही प्रशासन के हर काम पर पानी फेर रही है.

दरअसल, पाली में पिछले 5 दिनों से संक्रमित मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. प्रवासियों की दस्तक के साथ पाली में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहुंच चुकी है. और इसकी चपेट में पाली के लोग भी आना शुरू हो चुके हैं. पाली प्रशासन की ओर से इस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि प्रशासन के इस काम में पानी की जनता किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं कर रही है.

पढ़ेंः पर्यावरण बचाने के लिए माधव गौशाला की अनूठी पहल, गाय के गोबर से बने कंडे से होगा हलिका दहन

पिछले 1 माह से धारा 144 जिले में प्रभावी कर रखी है. लेकिन इनके बावजूद प्रतिदिन पाली जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के आंखों के सामने हजारों लोगों की भीड़ धरना प्रदर्शन कर रही है. अस्पतालों में प्रतिदिन अलग-अलग शिविर का आयोजन कर हजारों लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है. जिनमें किसी भी प्रकार की सतर्कता नहीं बरती जा रही है. अब ऐसे में इस बेलगाम भीड़ से फैलने वाला संक्रमण पाली में किस प्रकार के परिणाम देगा. इसे प्रशासन पूरी तरह से भाप चुका है.

प्रशासन की ओर से सभी क्षेत्रों में लोगों को इस संक्रमण से दूर रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है. जिला कलेक्टर अंशदीप भी लोगों को अपील करते नजर आ रहे हैं. लेकिन जिस प्रकार से पाली के हालात देखने को मिल रहे हैं. उससे साफ तौर पर नजर आ रहा है कि लोगों पर नाही प्रशासन की अपील का असर हो रहा है और ना ही तेजी से फैल रहे इस कोरोना संक्रमण का भय हो रहा है. ऐसे में जिन लोगों ने लॉकडाउन के दौरान अपना रोजगार खोया और परेशानियों को झेला उन लोगों के मन में अंदर ही अंदर फिर से लॉकडाउन का डर भी सताने लगा है.

पढ़ेंः Special: स्वच्छता मिशन को सफल बना रहा पाली, अगले 30 वर्षों तक शहर रहेगा एकदम साफ-सुथरा, जानें कैसे ?

फिर से टीमों का किया गया है गठनः

जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया है कि जिस प्रकार से पाली जिले में संक्रमित मरीजों का आने का आंकड़ा बढ़ने लगा है. उस प्रकार से फिर से जिले में निगरानी रखने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है. सभी उपखंड स्तर से टीमों की ऑपरेटिंग उपखंड अधिकारियों द्वारा की जाएगी. जिसमें सभी बिंदुओं पर नजर रखी जाएगी. जिनमें जिले में आ रहे प्रवासी, संक्रमित मरीज, उन्हें भर्ती करवाने की सुविधा व उनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल करवाने सभी शामिल रहेंगे.

दूसरी लहर को माना है सबसे खतरनाकः

जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि हाल ही में प्रदेश स्तरीय बैठक में विशेषज्ञों ने बताया है कि कोरोना संक्रमण की यह दूसरी लहर काफी खतरनाक है. जिस प्रकार से लोगों में लक्षण आ रहे हैं और इसके संक्रमण के फैलाव की गति को देखते हुए सभी ने चिंता जाहिर की है. साथ ही यह भी बताया है कि जब भी देश में महामारी का रूप आया है. उसकी दूसरी लहर काफी खतरनाक रही है.

पाली. कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी स्थिति को अब 1 साल पूरा होने को है. एक बार फिर से कोरोना संक्रमण नए रूप में देश में दहशत फैला रहा है. देश के 6 राज्यों में शुरू हुआ कोरोना संक्रमण के दूसरे स्ट्रेन का असर अब धीरे-धीरे और राजस्थान के सभी जिलों में नजर आने लगा है. पाली जिले में भी एक बार फिर से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा सामने आने लगा है.

पाली में बढ़ रहा कोरोना

इधर, पाली इस संक्रमण को लेकर पूरी तरह से बेपरवाह नजर आ रहा है. पाली जिले के सभी अस्पताल, बाजार, आम रास्ते व सार्वजनिक स्थान सभी जगह बेपरवाह भीड़ नजर आ रही है. जिनमें ना सोशल डिस्टेंस है, ना ही किसी ने मास्क पहना है. ऐसे में खतरनाक मान चुके कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोगों को बचाना पाली प्रशासन के सामने कड़ी चुनौती बनकर उभर रहा है. पाली प्रशासन की ओर से हर दिन अधिकारियों की बैठक लेकर एक नई रूपरेखा तैयार की जा रही है. लेकिन पाली वासियों की लापरवाही प्रशासन के हर काम पर पानी फेर रही है.

दरअसल, पाली में पिछले 5 दिनों से संक्रमित मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. प्रवासियों की दस्तक के साथ पाली में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहुंच चुकी है. और इसकी चपेट में पाली के लोग भी आना शुरू हो चुके हैं. पाली प्रशासन की ओर से इस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि प्रशासन के इस काम में पानी की जनता किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं कर रही है.

पढ़ेंः पर्यावरण बचाने के लिए माधव गौशाला की अनूठी पहल, गाय के गोबर से बने कंडे से होगा हलिका दहन

पिछले 1 माह से धारा 144 जिले में प्रभावी कर रखी है. लेकिन इनके बावजूद प्रतिदिन पाली जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के आंखों के सामने हजारों लोगों की भीड़ धरना प्रदर्शन कर रही है. अस्पतालों में प्रतिदिन अलग-अलग शिविर का आयोजन कर हजारों लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है. जिनमें किसी भी प्रकार की सतर्कता नहीं बरती जा रही है. अब ऐसे में इस बेलगाम भीड़ से फैलने वाला संक्रमण पाली में किस प्रकार के परिणाम देगा. इसे प्रशासन पूरी तरह से भाप चुका है.

प्रशासन की ओर से सभी क्षेत्रों में लोगों को इस संक्रमण से दूर रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है. जिला कलेक्टर अंशदीप भी लोगों को अपील करते नजर आ रहे हैं. लेकिन जिस प्रकार से पाली के हालात देखने को मिल रहे हैं. उससे साफ तौर पर नजर आ रहा है कि लोगों पर नाही प्रशासन की अपील का असर हो रहा है और ना ही तेजी से फैल रहे इस कोरोना संक्रमण का भय हो रहा है. ऐसे में जिन लोगों ने लॉकडाउन के दौरान अपना रोजगार खोया और परेशानियों को झेला उन लोगों के मन में अंदर ही अंदर फिर से लॉकडाउन का डर भी सताने लगा है.

पढ़ेंः Special: स्वच्छता मिशन को सफल बना रहा पाली, अगले 30 वर्षों तक शहर रहेगा एकदम साफ-सुथरा, जानें कैसे ?

फिर से टीमों का किया गया है गठनः

जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया है कि जिस प्रकार से पाली जिले में संक्रमित मरीजों का आने का आंकड़ा बढ़ने लगा है. उस प्रकार से फिर से जिले में निगरानी रखने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है. सभी उपखंड स्तर से टीमों की ऑपरेटिंग उपखंड अधिकारियों द्वारा की जाएगी. जिसमें सभी बिंदुओं पर नजर रखी जाएगी. जिनमें जिले में आ रहे प्रवासी, संक्रमित मरीज, उन्हें भर्ती करवाने की सुविधा व उनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल करवाने सभी शामिल रहेंगे.

दूसरी लहर को माना है सबसे खतरनाकः

जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि हाल ही में प्रदेश स्तरीय बैठक में विशेषज्ञों ने बताया है कि कोरोना संक्रमण की यह दूसरी लहर काफी खतरनाक है. जिस प्रकार से लोगों में लक्षण आ रहे हैं और इसके संक्रमण के फैलाव की गति को देखते हुए सभी ने चिंता जाहिर की है. साथ ही यह भी बताया है कि जब भी देश में महामारी का रूप आया है. उसकी दूसरी लहर काफी खतरनाक रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.