पाली. सदर थाना एरिया के दयालपुरा गांव में बहुचर्चित मांगीलाल बंजारा हत्याकांड मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है. इस वारदात को अंजाम देने वाले मांगीलाल के बेटे और बहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. करीब 15 दिन तक पुलिस जांच के बाद, इन दोनों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की. इन्होंने मांगीलाल बंजारा की हत्या कर उसके शव को जलाने की वारदात को कबूल किया है. हत्या के पीछे का कारण बहू और पुत्र ने मांगीलाल बंजारा द्वारा हर दिन शराब पीकर अपशब्द बोलना बताया है.
पुलिस ने बताया, वारदात से तीन दिन पहले भी मांगीलाल बंजारा, उसके बेटे और बहू में झगड़ा हुआ था. पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस मामले का राज उजागर किया है. साथ ही पुलिस ने इस आरोप में बेटे ओमाराम बंजारा और बहू संतोष पत्नी ओमाराम को गिरफ्तार कर लिया है.
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पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया, किसान मांगीलाल बंजारा की मौत उसके खाने में जहर मिलाने से हुई थी. पुलिस पूछताछ में उसकी बहू ने बताया, उसके ससुर रोजाना शराब पीकर उसे अपशब्द बोलते थे और झगड़ा किया करते थे. इसी के चलते उसने 16 फरवरी को मांगीलाल बंजारा के खाने में जहर मिला दिया था. रात को खाना खाने के बाद मांगीलाल बंजारा की मौत हो गई थी. इसके बाद मांगीलाल बंजारा के पुत्र ओमा बंजारा ने रात को खेत पर जाकर मांगीलाल बंजारा के शव पर तेल छिड़ककर उसे आग लगा दी, उसे उम्मीद थी कि मांगीलाल बंजारा के शव को जला देने से पुलिस को उसे जहर देकर मारने के बात सामने नहीं आएगी और वे लोग शक के दायरे से बाहर रहेंगे.
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कुत्ते के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मामले का हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया, पुलिस ने इस हत्याकांड को लेकर काफी तकनीकी से जांच की. लेकिन अंत में कुत्ते के शव का पोस्टमार्टम और मांगीलाल बंजारा द्वारा भोजन किए गए टिफिन में मिले भोजन के अवशेष में जहर होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस का शक परिवार पर गया. उसके बाद मुखबिरी तंत्र से उन्होंने मांगीलाल बंजारा, बेटे और बहू के बीच हुए विवाद की जानकारी जुटाई. तब जाकर सटीक पूछताछ की तो बेटे और बहू ने पुलिस को सब कुछ बता दिया.