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बारिश से पाली की जनता खुश, 29 बांधों में चल रही चादर - बांधो में बरसात के पानी

पाली में इन दिनों अच्छी बारिश होने से पाली की जनता और किसान खुश नजर आ रहे है. इस बारिश से पाली में लगभग 29 बांधों में बारिश के बाद चादर चल रही है. वहीं जो बांध अबतक अभी आधे अधूरे भरे हैं. उन बांधों से किसानों को कृषि के लिए पानी की पानी देना उनके लिए एक चिंता बनी हुई है.

पाली न्यूज, PALI NEWS
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Published : Sep 14, 2019, 6:35 PM IST

पाली. जिले में अच्छी बारिश के बाद सभी बांधो में बरसात के पानी की आवक शुरु हो चुकी है. ऐसे में पेयजल समस्या से त्रस्त हो चुकी पाली की जनता के चेहरे पर खुशी लौट आई है.

बारिश से पाली की जनता खुश

इस बारिश से किसान भी खुश नजर आ रहे है. लेकिन इसी बीच जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अभी तक जहां पाली में लगभग 29 बांधों में बारिश के बाद चादर चल रही है. वहीं उन बांधों को लेकर अधिकारियों के मन में कोई संशय नहीं है. लेकिन जो बांध अभी आधे अधूरे भरे हैं. उन बांधों से किसानों को कृषि के लिए पानी की पानी देना उनके लिए एक चिंता बनी हुई है.

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अब अधिकारी यही उम्मीद लगा रहे हैं कि ऊपरी क्षेत्र उदयपुर और राजसमंद में एक या दो ऐसी अच्छी बारिश हो जाए. जिनसे उनके बांधों में अच्छे पानी की आवक हो जाए और किसानों को उनकी सिंचाई के लिए पानी दी जा सके.

गौरतलब है कि पाली के जल संसाधन विभाग के अधीन 52 बांध आते हैं. इन 52 बांधों में से लगभग सभी में पानी की आवक शुरु हो चुकी है. इनमें से 29 बांधों में वर्तमान में औवर फ्लोर की चादर चल रही है. इन बांधों में से जल संसाधन विभाग ने 36 बांध का पानी किसानों को सिंचाई करने के लिए देता है. इन 36 बांधों में से वर्तमान में 10 बड़े बांध ऐसे हैं जो अभी तक आधे अधूरे भरे हैं.

पढ़े: किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना, कहा- प्रदेश में पुलिस और अपराधियों का गठजोड़ चल रहा है

जल संसाधन विभाग के नियमों के तहत अभी तक उनमें इतना पानी नहीं आया है कि वह किसानों को सिंचाई के लिए पूरी पानी दे सकें. इसमें सबसे मुख्य बांध जिस पर हजारों किसान आश्रित हैं वह जवाई बांध अभी तक जल संसाधन विभाग के सिंचाई सप्लाई नियमों में नहीं आ पाया है. ऐसे में अधिकारियों को किसानों की चिंता सता रही है.

लगातार किसान भी अपनी आगामी सर्दी की खेती के लिए इन बांधों पर आश्रित होकर पानी की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं पाली में पानी की सप्लाई के लिए सरकार के नियमों के तहत पांच बांध अधिकारिक तौर पर आरक्षित कर रखे हैं. वहीं पांच बांधों को आवश्यकता के अनुसार अधिग्रहित कर रखा है.

पढ़े: प्रदेश को जल्द मिलेगी सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की सौगात : ऊर्जा मंत्री

इन बांधों में सबसे मुख्य बांध है जवाई बांध. जिसमें वर्तमान में 48 फीट पानी की आवक हो चुकी है. जल संसाधन विभाग ने आगामी 15 दिनों का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि अभी पाली के कई बांधों में बरसाती पानी की आवक पहाड़ियों की तरफ से हो रही है. ऐसे में अधिकारी उम्मीद लगा रहे हैं कि किसानों को सिंचाई की सप्लाई देने के लिए बांधों का आंकड़ा 36 से 38 बांधों तक जा सकता है.

पाली. जिले में अच्छी बारिश के बाद सभी बांधो में बरसात के पानी की आवक शुरु हो चुकी है. ऐसे में पेयजल समस्या से त्रस्त हो चुकी पाली की जनता के चेहरे पर खुशी लौट आई है.

बारिश से पाली की जनता खुश

इस बारिश से किसान भी खुश नजर आ रहे है. लेकिन इसी बीच जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अभी तक जहां पाली में लगभग 29 बांधों में बारिश के बाद चादर चल रही है. वहीं उन बांधों को लेकर अधिकारियों के मन में कोई संशय नहीं है. लेकिन जो बांध अभी आधे अधूरे भरे हैं. उन बांधों से किसानों को कृषि के लिए पानी की पानी देना उनके लिए एक चिंता बनी हुई है.

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अब अधिकारी यही उम्मीद लगा रहे हैं कि ऊपरी क्षेत्र उदयपुर और राजसमंद में एक या दो ऐसी अच्छी बारिश हो जाए. जिनसे उनके बांधों में अच्छे पानी की आवक हो जाए और किसानों को उनकी सिंचाई के लिए पानी दी जा सके.

गौरतलब है कि पाली के जल संसाधन विभाग के अधीन 52 बांध आते हैं. इन 52 बांधों में से लगभग सभी में पानी की आवक शुरु हो चुकी है. इनमें से 29 बांधों में वर्तमान में औवर फ्लोर की चादर चल रही है. इन बांधों में से जल संसाधन विभाग ने 36 बांध का पानी किसानों को सिंचाई करने के लिए देता है. इन 36 बांधों में से वर्तमान में 10 बड़े बांध ऐसे हैं जो अभी तक आधे अधूरे भरे हैं.

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जल संसाधन विभाग के नियमों के तहत अभी तक उनमें इतना पानी नहीं आया है कि वह किसानों को सिंचाई के लिए पूरी पानी दे सकें. इसमें सबसे मुख्य बांध जिस पर हजारों किसान आश्रित हैं वह जवाई बांध अभी तक जल संसाधन विभाग के सिंचाई सप्लाई नियमों में नहीं आ पाया है. ऐसे में अधिकारियों को किसानों की चिंता सता रही है.

लगातार किसान भी अपनी आगामी सर्दी की खेती के लिए इन बांधों पर आश्रित होकर पानी की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं पाली में पानी की सप्लाई के लिए सरकार के नियमों के तहत पांच बांध अधिकारिक तौर पर आरक्षित कर रखे हैं. वहीं पांच बांधों को आवश्यकता के अनुसार अधिग्रहित कर रखा है.

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इन बांधों में सबसे मुख्य बांध है जवाई बांध. जिसमें वर्तमान में 48 फीट पानी की आवक हो चुकी है. जल संसाधन विभाग ने आगामी 15 दिनों का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि अभी पाली के कई बांधों में बरसाती पानी की आवक पहाड़ियों की तरफ से हो रही है. ऐसे में अधिकारी उम्मीद लगा रहे हैं कि किसानों को सिंचाई की सप्लाई देने के लिए बांधों का आंकड़ा 36 से 38 बांधों तक जा सकता है.

Intro:पाली. जिले में अच्छी बारिश के बाद में पाली के लगभग सभी बांधो में बरसाती पानी की आवक हो चुकी है। ऐसे में पेयजल समस्या से त्रस्त हो चुकी पाली की जनता के चेहरे पर खुशी लौट आई है। किसान भी खुश है इस बार उन्हें फसलों में अच्छा फायदा मिलेगा। लेकिन इसी बीच जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें लगातार बढ़ती जा रही है। चिंता की लकीरों को बढ़ाने की सबसे बड़ी मुख्य वजह है अभी तक पाली में आधे अधूरे भरे बांध। पाली में लगभग 29 बांधों में वर्तमान में अच्छी बारिश के बाद चादर चल रही है। जिन बांधों में चादर चल रही है। वहां से उन बांधों को लेकर अधिकारियों के मन में कोई संशय नहीं है। लेकिन जो बांध अभी आधे अधूरे भरे हैं। उन बांधों से किसानों को कृषि के लिए पानी की पाण देना उनके लिए एक चिंता बनी हुई है। अब अधिकारी यही उम्मीद लगा रहे हैं कि ऊपरी क्षेत्र उदयपुर व राजसमंद में एक या दो ऐसी अच्छी बारिश हो जाए। जिनसे उनके बांधों में अच्छे पानी की आवक हो जाए और किसानों को उनकी सिंचाई के लिए पूरी 3 पाण दी जा सके।


Body: गौरतलब है कि पाली के जल संसाधन विभाग के अधीन पाली के 52 बांध आते हैं। इन 52 बांधों में से लगभग सभी में पानी की आवक हो चुकी है। इनमें से 29 बांधों में वर्तमान में औवर फ्लोर की चादर चल रही है। इन बांधों में से जल संसाधन विभाग 36 बांध का पानी किसानों को सिंचाई करने के लिए देता है। इन 36 बांधों में से वर्तमान में 10 बड़े बांध ऐसे हैं जो अभी तक आधे अधूरे भरे हैं। और जल संसाधन विभाग के नियमों के तहत अभी तक उनमें इतना पानी नहीं आया है कि वह किसानों को सिंचाई के लिए पूरी पान दे सकें। इसमें सबसे मुख्य बांध जिस पर हजारों किसान आश्रित हैं वह जवाई बांध अभी तक जल संसाधन विभाग के सिंचाई सप्लाई नियमों में नहीं आ पाया है। ऐसे में अधिकारियों को किसानों की चिंता सता रही है। और लगातार किसान भी अपनी आगामी सर्दी की खेती के लिए इन बांधों पर आश्रित होकर पानी की उम्मीद कर रहे हैं। वही पाली में पानी की सप्लाई के लिए सरकार के नियमों के तहत पांच बांध अधिकारिक तौर पर आरक्षित कर रखे हैं। वहीं 5 बांधों को आवश्यकता के अनुसार अधिग्रहित कर रखा है। इन बांधों में सबसे मुख्य बांध है जवाई बांध जिसमें वर्तमान में 48 फ़ीट पानी की आवक हो चुकी है। जल संसाधन विभाग आगामी 15 दिनों का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि अभी पाली के कई बांधों में बरसाती पानी की आवक पहाड़ियों की तरफ से हो रही है। ऐसे में अधिकारी उम्मीद लगा रहे हैं कि किसानों को सिंचाई की सप्लाई देने के लिए बांधों का आंकड़ा 36 से 38 बांधों तक जा सकता है।


समाचार में जल संसाधन विभाग के एक्सईएन रघुवीरसिंह सुमन की बाईट है।


Conclusion:
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