झालावाड़: धार्मिक व घण्टियों के शहर झालरापाटन में रविवार सुबह द्वारिकाधीश की साढ़े तीन कोसी परिक्रमा यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. कड़ाके की सर्दी के बावजूद श्रद्धालुओं का हुजूम सड़कों पर नजर आया. खासतौर पर महिला श्रद्धालुओं की खासी भीड़ दिखी.
पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश व कोहरे के बावजूद यहां 10 किलोमीटर तक महिलाएं भजनों की धुन पर नाचती गाती चलती रहीं. झालरापाटन के राजा भगवान द्वारकाधीश के मंदिर में नौबत बाजा बजने के बाद यात्रा शुरु हुई. इस मौके पर परिक्रमा यात्रा में ढोल, नगाड़ों और बाजों के साथ भगवान द्वारकाधीश की झांकी को भी श्रद्धालुओं ने अपने हाथों से खींचा. परिक्रमा यात्रा में बड़ी संख्या में युवक-युवतियां और छोटे बच्चे भी शामिल हुए.
द्वारिकाधीश मंदिर प्रांगण से शुरू हुई परिक्रमा यात्रा पीपली बाजार,नगर पालिका,गिंदौर गेट, दादाबाड़ी,सूरजपोल गेट,सेठो का चौराहा, पुरानी सब्जी मंडी,सूर्य मंदिर से होती हुई इमली गेट से शहर के बाहर निकली. यहां से उम्मेदपुरा गांव, कपासियां कुआं,रलायती गांव, वसुंधरा कॉलोनी,विवेकानंद सर्किल होते हुए यात्रा वापस द्वारिकाधीश मंदिर पहुंची. भगवान द्वारकाधीश की 10 किलोमीटर का परिक्रमा मार्ग तय करने में श्रद्धालुओं को करीब 5 घंटे का समय लगा. इस मौके पर मार्ग में कई जगह समाजसेवी व अन्य संस्थाओं ने परिक्रमा यात्रियों का स्वागत कर श्रद्धालुओं को जलपान करवाया.
आस्था के सैलाब में जुटे 20 हजार लोग : द्वारकाधीश मंदिर समिति के प्रवक्ता रवि पाटीदार ने बताया कि यहां परिक्रमा यात्रा पूरी होने के बाद द्वारिकाधीश मंदिर समिति श्रद्धालुओं को मंदिर प्रांगण में कूपन सिस्टम से भोजन करवाया गया. समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए 15 हजार भोजन के पैकेट बनवाए गए थे. परिक्रमा यात्रा में करीब 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं. बता दें कि द्वारकाधीश मंदिर की परिक्रमा में भाग लेने के लिए झालावाड़ जिले के अलावा, हाड़ोती के बारां, कोटा, बूंदी जिले के कई स्थानों तथा पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के राजगढ़,ब्यावरा, सोयत,सुसनेर,आगर जिले तक के बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
100 किलो फूल व 50 किलो गुलाल से श्रद्धालुओं का स्वागत : भगवान द्वारकाधीश की 61 वीं विशाल परिक्रमा में श्री बड़ा मंदिर बालाजी सेवा दल एवं श्री हठीले हनुमान पशुपतिनाथ सेवा दल के सेवादारों ने 100 किलो गुलाब व 50 किलो गुलाल से श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया. सेवादारों ने सूर्य मंदिर पर एकत्रित हुए और भगवान द्वारकाधीश की परिक्रमा में आए हुए सभी श्रद्धालुओं व रथ पर पुष्प वर्षा एवं गुलाल से फूलों से वर्षा की गई.