पाली. एक तरफ जहां कोरोना महामारी से हर रोज हजारों लोगों की मौत हो रही है, वहीं दूसरी ओर पाली जिले के आदिवासी क्षेत्र में एक कथाकथित संस्था की ओर से कोरोना संक्रमण को अफवाह बता कर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है. इस संस्था से जुड़े लोग आदिवासी क्षेत्र में रहने वाले भोले भाले लोगों को गुमराह कर रहे हैं. उन लोगों को वैक्सीनेशन नहीं करवाने, मास्क नहीं पहनने और कोविड-19 के नियमों की पालना नहीं करने को लेकर अभियान चला रहे हैं.
पिछले 10 दिनों से आदिवासी अंचल के आसपास गांव में लगातार इस संस्था से जुड़े लोग बैठक कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. इसके कुछ वीडियो वायरल होने के बाद नाना पुलिस की ओर से इस संस्था के पदाधिकारियों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया है. इधर, जिला कलेक्टर अंशदीप को भी इस मामले की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने भी प्रशासनिक अधिकारियों को क्षेत्र में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए कहा है. साथ ही इस तरह की अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई तुरंत प्रभाव से शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कथा कथित तौर पर पाली जिले के बाली विधानसभा क्षेत्र में फैले आदिवासी क्षेत्र में अनोपदास संस्था आदिवासी लोगों में कई प्रकार के कार्य करती है. कई बार इस संस्था के विवादित बयान पहले भी सामने आ चुके हैं. कोरोना काल के मध्य नजर जहां प्रशासन लोगों में कोविड-19 के नियमों को लेकर जागरूकता फैला रहे हैं.
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वहीं इस संस्था से जुड़े पदाधिकारी आदिवासी लोगों को गुमराह कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से आदिवासी क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में इन संस्था के पदाधिकारियों की ओर से बैठक आयोजित की जा रही है. इन बैठक के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए हैं. उसके बाद प्रशासन में खलबली मच गई है और आदिवासी क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों ने अपना डेरा डाल दिया है. साथ ही इन लोगों को वैक्सीन लगाने और कोविड-19 के नियमों की पालना करने की अपील भी की जा रही है.