पाली. जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना के बाद जिला प्रशासन ने भी लोगों को जागरूक करने के लिए सख्ती करना प्रारंभ कर दिया है. होली की त्योहारी सीजन एवं महाराष्ट्र सहित अन्य प्रांतों से आ रहे प्रवासी राजस्थानियों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने मंगलवार को पाली शहर के मुख्य मार्गों से रूट मार्च निकालकर लोगों को गाइडलाइन की पालना करने का संदेश दिया.
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रूट मार्च के दौरान नगर परिषद पाली की ओर से लोगों को मास्क का वितरण भी किया गया. रूट मार्च में जिला कलेक्टर अंशदीप पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत सहित पुलिस के कई अधिकारियों और कांस्टेबल्स ने लोगों को गाइडलाइन की पालना करने की अपील करते हुए चल रहे थे. इस मौके पर जिला कलेक्टर ने लोगों से होली का त्योहार दूरी बनाते हुए अभिवादन के साथ मनाने की अपील की है.
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वहीं, पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने यातायात प्रभारी को बिना मास्क घर से निकलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए. इस अवसर पर अम्बेडकर सर्कल पर 101 दीप जलाकर कोरोना से जंग जीतने का संकल्प लिया गया.
नागौर में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर बरती जा रही सतर्कता
कोरोना महामारी ने एक बार फिर अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है. इसकी दूसरी लहर फैलने के साथ ही प्रदेशभर में अलर्ट जारी किया जा चुका है. देश के कई राज्यों में कर्फ्यू की घोषणा भी हुई है. ऐसे में नागौर में महाराष्ट्र के मुंबई एवं गुजरात के सूरत से पहुंच रहे लाेगों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है.अभी जो राेगी आ रहे हैं, वो मुंबई एवं सूरत से आने वाले हैं. इसके चलते ऐसे लोगों पर सर्वाधिक ध्यान हैं. साथ ही बगैर आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट वालों को अब सीधे 15 दिन के होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. जिले में बीते कुछ दिनों से हर दिन 4-5 कोरोना मरीज मिल रहे हैं, जबकि इससे पहले फरवरी एवं मार्च के प्रथम सप्ताह तक यह आंकड़ा शून्य तक भी पहुंच गया था. लेकिन, बाहरी लोगों के आने से एक बार फिर परेशानी बढ़ सकती है.
सीएमएचओ डाॅ. मेहराम महिया ने बताया कि जिले में 31 कंटेंन्मेंट जोन है. ये अभी और बढ़ेंगे. बाहर से आने वाले लोगों की पहले की तरह कांटेक्ट हिस्ट्री खंगालना शुरू कर दिया गया है. जिले में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 95 तक पहुंच गया है. इनमें सर्वाधिक मौतें 60 वर्ष के एवं इससे अधिक आयु के बुजुर्गों की हुई हैं. ऐसे में इस उम्र के बुजुर्ग को और ज्यादा सावधान रखने की ज़रुरत है. हालांकि वैक्सीनेशन में नागौर का टारगेट संभाग में सबसे ज्यादा 51.6 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो सर्वाधिक है. कोरोना महामारी से शहर के लोगों को सबसे ज्यादा सजग रहने की जरुरत है. ग्रामीण क्षेत्र में 36 मतलब 37.89 प्रतिशत तथा शहरी क्षेत्र में 59 मतलब 62.11 प्रतिशत लोगों की मौतें हुई हैं. इसमें भी हार्ड डिजीज, सुगर, गर्भवती महिलाएं व अन्य से 64.21 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है. कोरोना से बुजुर्गों को सर्वाधिक जागरुक रहने की आवश्यकता है, क्योंकि जिले में 51 से 60 वर्ष तक के 24 लोगों की मौतें हुई हैं. इनमें 7 महिला व 17 पुरुष हैं. वहीं 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 50 लोगों की मौत हो चुकी हैं. इनमें 35 पुरुष तथा 15 महिलाएं हैं. इसके अलावा 41 से 50 वर्ष तक की आयु के 10 लोगों की मौत हो चुकी है.
सीएमएचओ डाॅ. मेहराम महिया ने बताया कि अब हर दिन 700 से अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं. वहीं वर्तमान में पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 44 तक पहुंच गई है. कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में अजमेर संभाग में नागौर का बेहतरीन प्रदर्शन रहा. नागौर ने 51.6 प्रतिशत टारगेट प्राप्त किया है. वहीं, टोंक ने 20.5, भीलवाड़ा ने 28.3 प्रतिशत और अजमेर ने 34.1 प्रतिशत टारगेट प्राप्त किया है. गौरतलब है कि वोटर लिस्ट के अनुसार संभाग के पांच जिलों में कुल 1218614 लोगों में वैक्सीनेशन होना है. इनमें से 439814 टारगेट प्राप्त कर लिया गया है. मतलब अभी 36.09 प्रतिशत है. वर्तमान में 778800 पेंडिंग हैं. यह वैक्सीन अभी 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों तथा बीमार लोगों को लगाई जा रही है.