पाली: शहर सहित जिलेभर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से प्रतिदिन कोई न कोई जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत सोमवार को पाली में प्रशासन की ओर से सख्ती बरतते हुए 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान छेड़ा गया है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए सभी अधिकारियों को जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा गया है. इसके तहत पाली में 'नो माक्स नो एंट्री' अभियान चलाया गया है.
इस अभियान के तहत अब पाली में कहीं भी भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही पाली जिले के सभी दुकान, मॉल अन्य स्थानों पर भी 'नो मास्क नो एंट्री' के पोस्टर लगाएं जाएंगे. इसके साथ ही पुलिस को भी इस संबंध में सख्ती से पालना करवाने के निर्देश दिए गए हैं.
पढ़ें: भरतपुर: चुनाव प्रचार से लौट रहे प्रत्याशी का अपहरण, प्रतिद्वंदी समेत सात के खिलाफ मामला दर्ज
इसको लेकर सोमवार को पाली के सभी उपखंड अधिकारियों की बैठक ली गई. जिसमें सभी उपखंड अधिकारियों को इस अभियान को सख्ती से पालना करवाने के लिए निर्देशित किया गया है.
पाली में NGT कोर्ट के आदेशों की पालना करवाने के लिए कलेक्टर ने ली बैठक...
शहर में संचालित हो रही कपड़ा इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषित पानी और प्रदूषण की समस्या को लेकर एनजीटी की ओर से सख्त रवैया अपनाया जा रहा है. एनजीटी ने इस संबंध में कई सख्त आदेश भी दिए. इन सभी की पालना करवाने के लिए सोमवार को जिला कलेक्टर अंशदीप की मौजूदगी में प्रदूषण नियंत्रण मंडल और संबंधित विभाग के उद्यमियों संग बैठक हुई.