ETV Bharat / state

पाली: अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल खराब - पाली सरसों फसल न्यूज

पाली में अच्छी बारिश को देखते हुए किसानों ने सबसे ज्यादा सरसों की बुआई की थी. अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल की जड़ में गलन व फंग्स जैसी बीमारियों ने डेरा डाल दिया है. जिससे किसानों को नुकसान होने लगा है.

Pali mustard crop news, पाली न्यूज
अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल खराब
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 3:14 AM IST

पाली. जिले में हुई बारिश की वजह से नदी, नालों और तालाब भर गए, जिससे किसानों के चेहरों पर खुशी छा गई. लेकिन इसी बारिश की वजह से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें आ गईं. जिले में अच्छी बारिश को देखते हुए किसानों ने सबसे ज्यादा सरसों की बुआई की थी.

अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल खराब

अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल की जड़ में गलन व फंग्स जैसी बीमारियों ने डेरा डाल दिया है. जिससे किसानों को नुकसान होने लगा है. ऐसे में अधिक बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. जो किसानों के लिए एक परेशानी का सबब बन चुका है.

कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो पाली में इस बार अच्छी बारिश के चलते सभी क्षेत्रों में पानी की कोई कमी नहीं है. वहीं प्रशासन की ओर से भी इस बार सभी बांधों से नहरों द्वारा पानी की पर्याप्त पाण दी जा रही है. ऐसे में किसान अपनी फसलों में अधिक सिंचाई कर फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लालच में अधिक पानी से सिंचाई कर रहा है.

पढ़ें- बूंदीः चम्बल नदी की चपेट में आया 200 साल पुराना शिव मंदिर, 20 फीट बजरी की चादर आ जमी

इसके चलते खेतों से पानी सूखने का नाम नहीं ले रहा. वैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार खेतों में पानी भरा होने से सरसों की फसल की जड़ों में ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है. सरसों की फसल की जड़ें गलन का शिकार हो चुकी हैं. साथ ही फंगस ने भी इन फसलों पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है. जिससे सरसों की फसल पर लट की समस्या बढ़ गई है.

ऐसे में किसानों ने जो अच्छी पैदावार की उम्मीद की है. उनकी पैदावार की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. हालांकि कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को अभी भी सावधान होने की हिदायत दी है. अगर समय पर इन फसलों का पर्याप्त उपचार किया जाए तो किसानों को फसलों का अच्छा फायदा मिल जाएगा.

पाली. जिले में हुई बारिश की वजह से नदी, नालों और तालाब भर गए, जिससे किसानों के चेहरों पर खुशी छा गई. लेकिन इसी बारिश की वजह से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें आ गईं. जिले में अच्छी बारिश को देखते हुए किसानों ने सबसे ज्यादा सरसों की बुआई की थी.

अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल खराब

अधिक बारिश की वजह से सरसों की फसल की जड़ में गलन व फंग्स जैसी बीमारियों ने डेरा डाल दिया है. जिससे किसानों को नुकसान होने लगा है. ऐसे में अधिक बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. जो किसानों के लिए एक परेशानी का सबब बन चुका है.

कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो पाली में इस बार अच्छी बारिश के चलते सभी क्षेत्रों में पानी की कोई कमी नहीं है. वहीं प्रशासन की ओर से भी इस बार सभी बांधों से नहरों द्वारा पानी की पर्याप्त पाण दी जा रही है. ऐसे में किसान अपनी फसलों में अधिक सिंचाई कर फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लालच में अधिक पानी से सिंचाई कर रहा है.

पढ़ें- बूंदीः चम्बल नदी की चपेट में आया 200 साल पुराना शिव मंदिर, 20 फीट बजरी की चादर आ जमी

इसके चलते खेतों से पानी सूखने का नाम नहीं ले रहा. वैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार खेतों में पानी भरा होने से सरसों की फसल की जड़ों में ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है. सरसों की फसल की जड़ें गलन का शिकार हो चुकी हैं. साथ ही फंगस ने भी इन फसलों पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है. जिससे सरसों की फसल पर लट की समस्या बढ़ गई है.

ऐसे में किसानों ने जो अच्छी पैदावार की उम्मीद की है. उनकी पैदावार की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. हालांकि कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को अभी भी सावधान होने की हिदायत दी है. अगर समय पर इन फसलों का पर्याप्त उपचार किया जाए तो किसानों को फसलों का अच्छा फायदा मिल जाएगा.

Intro:पाली. इस पर मानसून की सीजन में पाली में हुई अच्छी बारिश ने किसानों को काफी खुश कर दिया। अच्छी बारिश के बाद में पाली की नदी, तालाब और नाले सभी छलक उठे। ऐसे में अच्छे जमाने की उम्मीद करते हुए किसानों के चेहरों पर खुशी की रौनक छा गई। लेकिन इसी पानी ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरों को साफ नजर आने पर मजबूर कर दिया है। पाली में इस बार अच्छी बारिश को देखते हुए किसानों ने सबसे ज्यादा सरसों की फसल की बुवाई अपने खेतों में की है। लेकिन अधिक पानी होने की वजह से किसानों ने इसमें लापरवाही बरत दी। ऐसे में सरसों की फसल में जड़ गलन व फंग्स जैसी बीमारियों ने अपना डेरा डाल दिया है। और किसानों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। ऐसे में इस पानी से किसानों ने अच्छे जमाने की उम्मीदें जताई थी अब किसानों के लिए वह एक परेशानी का सबब बन चुका है।


Body:कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो पाली में इस बार अच्छी बारिश के चलते सभी क्षेत्रों में पानी की कोई कमी नहीं है। वहीं प्रशासन की ओर से भी इस बार सभी बांधों से नेहरो द्वारा पानी की पर्याप्त पाण दी जा रही है। ऐसे में किसान अपनी फसलों में अधिक सिंचाई कर फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लालच में अधिक पानी से सिंचाई कर रहा है। इसके चलते खेतों से पानी सूखने का नाम नहीं ले रहा। वैज्ञानिकों का कहना है कि लगातार खेतों में पानी भरा होने से सरसों की फसल की जोड़ों में ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। और सरसों की फसल की जड़े गलन का शिकार हो चुकी है। साथ ही फंगस ने भी इन फसलों पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। जिससे सरसों की फसल पर लट की समस्या बढ़ गई है। ऐसे में किसानों ने जो अच्छी पैदावार की उम्मीद है कि है। उनकी पैदावार की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। हालांकि कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को अभी भी सावधान होने की हिदायत दी है। अगर समय पर इन फसलों का पर्याप्त उपचार किया जाए तो किसानों को फसलों का अच्छा फायदा मिल जाएगा।

समाचार में कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक धीरज सिंह की बाइट है।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.