जैतारण (पाली). जैतारण क्षेत्र में गुरुवार रात व शुक्रवार सुबह फिर से टिड्डी दल घूमता नजर आया. बता दें कि टिड्डी दल गुरुवार रात को रायपुर उपखंड में चार बड़े भागों में बंटा दिखाई दिया. जिससे किसनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रायपुर सहायक कृषि अधिकारी प्रहलाद सिंह राठौड़ ने बताया कि रायपुर उपखंड क्षेत्र में देर शाम चार बड़े टिड्डी दल घूमते नजर आए. उन्होंने बताया कि एक टिड्डी दल पिपलिया कला, दूसरा बर क्षेत्र से होते हुए बिराटिया खुर्द की ओर, तीसरा बर क्षेत्र के मेंघड़दा से होते हुए मालनी की तरफ गया. वहीं, चौथा बेलपन्ना कोट किराणा से होते हुए अजमेर जिले में प्रवेश करते हुए सरहद पार चला गया. यही नहीं गुरुवार सुबह धूप खिलने व हवा चलने के साथ आसमान में कभी अजमेर की तरफ तो कभी पाली सीमा की तरफ मंडराता नजर आया.
ग्रामीणों ने धुआं कर और थाली बजाकर फसलें बचाने के किए जतन...
इस दौरान बर सहित बिराटिया खुर्द और मेंघड़दा के लोग धुंआ करके और थाली-ढोल बजाकर फसलों का बचाव करते नजर आए. बता दें कि बेलपन्ना कोटकिराना के जंगलों में टिड्डी दल ने हमला भी किया. कोटकिराना पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण टिड्डी दल को मारने में भी अधिकारियों व स्थानीय लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ट्रैक्टर, पानी के टैंकरों से पेड़ों व झाड़ियों पर छिड़काव कर टिड्डी दल को भगाने की कोशिश भी की.
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टिड्डी दल ने अजमेर की तरफ किया था रुख...
बता दें कि आठ जून को रायपुर उपखंड में आया टिड्डी दल एक ही दिन में अजमेर जिले की तरफ रवाना हो गया था. रायपुर उपखंड पिछले एक सप्ताह में यह दूसरा बड़ा हमला है. कृषि पर्यवेक्षक रामेश्वर लाल कुमावत ने बताया कि शुक्रवार सुबह भी बर क्षेत्र में टिड्डी दल मंडराता नजर आया. उन्होंने कहा कि हवा के रुख को देखते हुए एक टिड्डी दल की मगरा क्षेत्र में होते हुए अजमेर जिले में प्रवेश करने की संभावना है. वहीं, दूसरा दल जिसका पड़ाव जोधावास गरनिया जैतारण में था, उसकी बर क्षेत्र की ओर आने की संभावना हैं. इस दौरान उन्होंने छिड़काव के साथ-साथ किसानों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है.