पाली. जिले भर में रबी की फसलों की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है. फसलें निकलने को तैयार हैं. लेकिन इस बीच अन्नदाता पर दोहरा संकट मंडराना शुरू हो चुका है. देखिये ये रिपोर्ट...
मौसम विभाग ने पाली जिले सहित प्रदेश भर में आगामी 3 से 4 दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है. यह समय ऐसा है जब किसानों ने अपने खेतों में फसल काटकर सूखने के लिए रखी हुई है. ऐसे में मौसम विभाग की इस चेतावनी के साथ किसानों से अपील भी की गई है कि वह अपने खेतों में पड़ी फसलों को सुरक्षित स्थान पर ले जाए. ताकि बारिश से उनके मेहनत नष्ट न हो.
किसानों के सामने ऐसा संकट है कि किसान इस चेतावनी के बाद भी अपने खेतों में पड़ी फसल को हटा नहीं पा रहा है. दरअसल, लंबे समय से चल रही पटवारियों की हड़ताल के चलते किसानों के खेतों में पड़ी उनकी फसलों की गिरदावरी नहीं हो पाई है. गिरदावरी नहीं होने के कारण किसानों की फसलों को मंडी में समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा जाएगा.
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अगर, किसान मौसम विभाग की चेतावनी को मानकर इस फसल को खेत से हटा देता है तो उसके बाद उनके फसलों की किसी भी प्रकार से गिरदावरी नहीं हो पाएगी. उम्मीदों की फसल को देखकर जहां किसान के चेहरे पर रौनक आई थी वहीं मौसम विभाग की चेतावनी के बाद अन्नदाता के होश फाख्ता हो रखे हैं.
कृषि विभाग की मानें तो इस बार किसानों ने रबी की फसल के तहत जिलेभर में 2.64 लाख हेक्टेयर जमीन पर बुवाई की है. किसानों ने अपने खेतों में सरसों, चना, गेहूं, जौ, जीरा और कई हरी सब्जियों की पैदावार की है. सब्जियों के अलावा किसानों के अन्य फसलें अब पक कर तैयार हो चुकी है. जिन्हें काटकर खेतों में सूखने के लिए रखा हुआ है और कई खेतों से किसानों ने फसलें सूखने के बाद उनके दाने निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर भी रख दिया है.
इधर, पिछले 2 दिनों से पाली के आसमान में बादलों ने अपना डेरा डाल रखा है. मौसम विभाग ने अगले 3 से 4 दिनों में पाली में बारिश होने की संभावना भी जताई है. ऐसे में जिन किसानों की फसलें खेतों में पड़ी हैं उनके खराब होने की आशंका बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है.
वर्ष 2019 में भी इसी समय किसानों के खेतों में पड़ी फसलों को अचानक हुई बारिश ने नष्ट कर दिया था. उस बारिश में जैतारण, रायपुर, देसूरी, पाली और सुमेरपुर क्षेत्र में सर्वाधिक किसानों को नुकसान हुआ था. इस बार फिर से मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के चलते किसान चिंता में हैं कि अगर खेतों से फसल नहीं उठाएंगे तो उनकी फसलें नष्ट हो जाएंगी.
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आपको बता दें कि पाली जिले में 378 पटवार मंडल कार्यालय है. इनमें से कई पोस्ट खाली पड़ी हैं. जिनको भरने एवं 3600 ग्रेड पे की मांग को लेकर सभी पटवारी अनिश्चित हड़ताल पर हैं. इसके साथ ही पटवारियों को रिक्त पदों पर दिए गए अतिरिक्त कार्यभार को लेकर भी आक्रोशित हैं. इसके चलते जिन गांव में पटवारियों की पोस्ट खाली है. वहां उनकी फसलों की गिरदावरी नहीं हो पाई है.
पाली ब्लॉक में 41, बाली ब्लॉक में 42, रोहट ब्लॉक में 33, रायपुर ब्लॉक में 36, जैतारण ब्लॉक में 37, सुमेरपुर ब्लाक में 33, सोजत ब्लॉक में 46, मारवाड़ जंक्शन ब्लाक में 51, देसूरी ब्लॉक में 25 और रानी ब्लॉक में 31 पटवारियों के पद खाली पड़े हैं.
पाली जिले में रबी की बुवाई