ETV Bharat / state

पाली का 'कोरोना योद्धा': 20 दिनों से दिन-रात कर्तव्य पथ पर अडिग डॉक्टर अमित, ग्रामीणों के लिए भूला घर-परिवार - पाली में कोरोना

कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सक घर परिवार छोड़कर डटे हुए हैं. पाली के मारवाड़ उपखंड क्षेत्र के धनला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सक अमित शर्मा भी इसी तरह काम में जुटे हुए हैं. वो 20 दिन से घर नहीं गए और ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं.

Lockdown at Marwar Junction, पाली न्यूज
कोरोना के खिलाफ जंग में घर-परिवार छोड़ ड्यूटी कर रहे चिकित्सक
author img

By

Published : Apr 8, 2020, 1:08 PM IST

मारवाड़ जंक्शन (पाली). कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में हर कोई अपना योगदान दे रहा है. वहीं इस लड़ाई के लिए चिकित्साकर्मी घर-परिवार को छोड़ कर जी जान से जुटे हुए हैं. इसीलिए चिकित्सकों को धरती पर भगवान का रूप माना जाता है. जिले के मारवाड़ उपखंड के धनला गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत डॉक्टर अमित शर्मा भी इसी तरह काम में जुटे हैं.

डॉ. अमित शर्मा बीते 20 दिनों से अपने परिवार और 3 साल के बेटे को छोड़कर चिकित्सालय में लोगों को महामारी से बचाने में लगे हैं. इतना ही नहीं अस्पताल समय के बाद इनका स्टाफ अस्पताल मुख्यालय में रहकर रात दिन अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

कोरोना के खिलाफ जंग में घर-परिवार छोड़ ड्यूटी कर रहे चिकित्सक

लोगों को कर रहे जागरूक

इसके अलावा डॉ. अमित शर्मा समय-समय पर गांवों का दौरा कर ग्रामीणों को इस महामारी के बारे में जागरूक कर रहे हैं. वो ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने सहित सुझाव दे रहे हैं. साथ ही सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन की पालना करने को लेकर भी जागरूक कर रहे हैं.

पढ़ें- कोरोना की मार: जालोर का 'लाल' भीलवाड़ा में जरूरतमंद परिवारों का बना सहारा

उन्होंने बताया कि उनका 3 वर्षीय बेटा है. परिवार से मिलने और घर का खाना खाने की बहुत इच्छा होती है, लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में लोगों की सेवा करने का मौका है. इस परोपकार का काम करने से उन्हें संतुष्टि मिलती है. डॉ. अमित शर्मा ने कहा कि जब तक शरीर में जान है, वो लोगों की सेवा करते रहेंगे. अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाएंगे.

साथ ही बताया कि धनला सहित आसपास के क्षेत्र में 8 उप केंद्र हैं. सभी जगह वे और उनका स्टाफ समय-समय पर जाकर आए प्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं. साथ ही उनको को होम आइसोलेशन के लिए पाबंद कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण इलाका होते होने की वजह से ग्रामीणों का बहुत ही अच्छा सहयोग प्रदान हो रहा है.

मारवाड़ जंक्शन (पाली). कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में हर कोई अपना योगदान दे रहा है. वहीं इस लड़ाई के लिए चिकित्साकर्मी घर-परिवार को छोड़ कर जी जान से जुटे हुए हैं. इसीलिए चिकित्सकों को धरती पर भगवान का रूप माना जाता है. जिले के मारवाड़ उपखंड के धनला गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत डॉक्टर अमित शर्मा भी इसी तरह काम में जुटे हैं.

डॉ. अमित शर्मा बीते 20 दिनों से अपने परिवार और 3 साल के बेटे को छोड़कर चिकित्सालय में लोगों को महामारी से बचाने में लगे हैं. इतना ही नहीं अस्पताल समय के बाद इनका स्टाफ अस्पताल मुख्यालय में रहकर रात दिन अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

कोरोना के खिलाफ जंग में घर-परिवार छोड़ ड्यूटी कर रहे चिकित्सक

लोगों को कर रहे जागरूक

इसके अलावा डॉ. अमित शर्मा समय-समय पर गांवों का दौरा कर ग्रामीणों को इस महामारी के बारे में जागरूक कर रहे हैं. वो ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने सहित सुझाव दे रहे हैं. साथ ही सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन की पालना करने को लेकर भी जागरूक कर रहे हैं.

पढ़ें- कोरोना की मार: जालोर का 'लाल' भीलवाड़ा में जरूरतमंद परिवारों का बना सहारा

उन्होंने बताया कि उनका 3 वर्षीय बेटा है. परिवार से मिलने और घर का खाना खाने की बहुत इच्छा होती है, लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में लोगों की सेवा करने का मौका है. इस परोपकार का काम करने से उन्हें संतुष्टि मिलती है. डॉ. अमित शर्मा ने कहा कि जब तक शरीर में जान है, वो लोगों की सेवा करते रहेंगे. अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाएंगे.

साथ ही बताया कि धनला सहित आसपास के क्षेत्र में 8 उप केंद्र हैं. सभी जगह वे और उनका स्टाफ समय-समय पर जाकर आए प्रवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं. साथ ही उनको को होम आइसोलेशन के लिए पाबंद कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण इलाका होते होने की वजह से ग्रामीणों का बहुत ही अच्छा सहयोग प्रदान हो रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.