पाली. जिले में कोरोना वायरस संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. रोजाना जिले में सैंकड़ों से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं, पिछले 20 दिनों में 32 से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है. पाली में सितंबर माह में अचानक से बढ़े इस संक्रमण के चलते प्रशासन काफी चिंतित नजर आ रहा है. पाली प्रशासन ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए नए रूपरेखा तैयार की है.
जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि पाली में कोरोना संक्रमण पहले की तुलना में काफी ज्यादा फैल रहा है. सितंबर महीने में सबसे ज्यादा कोरोना के केस सामने आए हैं. लेकिन इन सब के बावजूद कलेक्टर ने किसी भी प्रकार से लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी मीडियम नहीं है. संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से नई रूपरेखा तैयार की गई है.
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जिला प्रशासन एक हेल्पलाइन डेस्क शुरू करने जा रहा है. अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आता है या उसे सर्दी, जुकाम और बुखार भी आता है तो वो हेल्पलाइन पर कॉल कर सकता है. और अपने लक्षण बताकर सही ट्रिटमेंट जान सकता है. जिला मुख्यालय पर बांगड़ अस्पताल में 24 घंटे के लिए एक कॉलसेंटर तैयार किया गया है. जिसमें आम जनता अपने घर से निकले बिना ही कॉल सेंटर पर फोन कर अपने स्वास्थ्य संबंधी तकलीफों को बता सकेगी.
कलेक्टर ने बांगड़ अस्पताल के कोरोना मरीजों के लिए सुविधा बढ़ाने एवं उनके लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए हैं. उन्होंने बताया पाली बांगड़ अस्पताल में 200 से ज्यादा बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए लगाए जा चुके हैं. इसके अलावा जिले में नो एंट्री अभियान भी चलाए जा रहे हैं. अलग-अलग अभियान चलाकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.