पाली. जिले में मॉडिफाइड लॉकडाउन को लेकर पाली के लिए राहत भरी खबर आई है. पाली में संचालित होने वाले सीमेंट उद्योग, छाता उद्योग और मेहंदी उद्योग अब प्रशासन द्वारा जारी लॉकडाउन की शर्तों पर संचालित हो सकेंगे. इसको लेकर इन तीनों उद्योग के संचालकों ने अपनी हामी भरते हुए प्रशासन से अनुमति मांगी है. जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने बताया है कि इन तीनों उद्योगों में लॉकडाउन के चलते जो शर्तें रखी गई है, उन सभी शर्तों को पूरा किया जाएगा. सबसे बड़ी बात यह है कि इन सभी उद्योगों में प्रवासी श्रमिकों को नही बल्कि पाली के स्थानीय श्रमिकों को रोजगार दिया जाएगा. ऐसे में पिछले 30 दिनों से बेरोजगार बैठे हजारों श्रमिकों को एक बार फिर से उनके रोजगार मिलने की उम्मीद जागी है.
बता दें कि मॉडिफाइड लॉकडाउन में इन उद्योगों के चलते प्रशासन ने लोगों को लेकर गाइड लाइन जारी की है. इस गाइडलाइन में संक्रमण के खतरे को देखते हुए कई शर्ते रखी गई. इन शर्तों को पाली का कपड़ा उद्योग पूरा नहीं कर पाया. ऐसे में पाली में संचालित हो रही 600 से ज्यादा कपड़ा इकाईयों के संचालन को लेकर सभी उद्यमियों ने इंकार कर दिया है. वहीं पाली जिले के फालना में संचालित हो रहा छाता उद्योग, सोजत में मेहंदी उद्योग और जैतारण क्षेत्र में संचालित हो रहे सीमेंट की फैक्ट्रियां अब शुरू हो जाएगी. इन सभी फैक्ट्रियों में संक्रमण को रोकने के लिए सभी सुविधाऐं की जाएगी. जिनकी जिम्मेदारी पूरी उद्योगों के संचालकों की होगी.
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वहीं मॉडिफाइड लॉकडाउन को लेकर प्रशासन ने उद्योगों को शुरू करने को लेकर कई शर्ते रखी थी. इन शर्तों में पहली शर्त थी कि इन उद्योगों के संचालन के लिए श्रमिक स्थानीय ही लाए जाएंगे प्रवासी श्रमिकों को पाली में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. जितने भी श्रमिक इस उद्योग में आएंगे उनके लिए उद्योग विशेष वाहन की व्यवस्था करेगा. इन श्रमिकों के फैक्ट्रियों में प्रवेश करने और बाहर निकलने पर उन्हें पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा. इसके साथ ही सभी के लिए मास्क की व्यवस्था होनी चाहिए और इन उद्योगों में सोशल डिस्टेंस का सबसे ज्यादा ख्याल रखा जाएगा.