पाली. मुस्लिम वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. खानु खान बुधवाली शनिवार को पाली जिले के दौरे पर रहें. इस दौरान उन्होंने वक्फ बोर्ड कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक ली. साथ ही उन्होंने पाली शहर के मस्तान बाबा दरगाह, ईदगाह, मुसाफिर खाना, मामा-भांजा दरगाह सहित चोटिला दरगाह का निरीक्षण किया. इसके बाद वह पत्रकारों से भी रूबरू हुए.
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से वक्फ को जमीनें उपलब्ध करा रखी है, लेकिन बोर्ड के पदाधिकारियों ने इन्हें अपनी निजी संपत्ति को औने-पौने दाम में लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए किराए पर दे रखी हैं. जिससे बोर्ड के पास कुछ भी पैसा नहीं आ रहा है. ऐसे में अब जमीनों से आने वाली आमदनी में पारदर्शिता लाने के लिए इन्हें किराए देने सहित अन्य गतिविधियों की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी.
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बोर्ड चेयरमैन बुधवाली ने वक्फ समितियों के बारे में लोगों को जागरूक रहने के लिए कहा. साथ ही वक्फ संपत्तियों को आगे से किराए पर देने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि किराए पर संपत्ति देने के मामलों में बहुत गंभीर शिकायतें मिली है, जिनकी जांचकर करवाई जाएगी.
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वहीं उन्होंने बताया कि दोषी पाए जाने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी. साथ ही वक्फ की तरफ से मामला भी दर्ज करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि वक्फ को दी गई संपत्ति मुस्लिम समाज में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयास है, लेकिन राजस्थान में कहीं भी वक्फ की संपत्तियों का उपयोग शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए नहीं किया जा रहा है.