पाली. पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी आईपीएस पाली डीएसओ का ड्राइवर निकला. डीएसओ की गाड़ी चलाते और अधिकारियों को देखते-देखते उसे भी अधिकारियों की तरह रुतबा जमाने का शौक चढ़ गया. पुलिस के पूछताछ में फर्जी आईपीएस बने फुसाराम ने बताया की पहली बार उसने मुंबई जाते समय एक निजी बस को आरटीओ से सीबीआई एसपी बनकर छुड़वाया था. उसके बाद उसके हौसले और भी ज्यादा हो गए.
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इसके बाद उसने आईपीएस की वर्दी भी खरीदी और पाली से बाहर निकल इस वर्दी का उन लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का उपयोग भी लिया. पुलिस की ओर से आरोपी फुसाराम को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. पुलिस ने बताया कि फुसाराम पिछले 3 सालों से पाली जिला रसद अधिकारी की गाड़ी चला रहा था. वह यहां संविदा पर चालक के पद पर तैनात था.
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पाली में ट्रैवल्स एजेंट को धमकाना पड़ गया था भारी
पुलिस ने बताया कि फर्जी आईपीएस बने फुसाराम ने कई लोगों को फर्जी सीबीआई एसपी बन कर धमकाया था. कई भोले-भाले लोग उसके छलावे में भी आ गए थे लेकिन पाली शहर के नया बस स्टैंड स्थित एक ट्रैवल्स एजेंट को धमकाना उसे भारी पड़ गया. उसने ट्रैवल्स एजेंट को धमकाकर गुजरात जाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था करने को कहा था लेकिन ट्रैवल्स एजेंट ने उसे पहचान लिया. एजेंट ने आरोपी को पाली जिला कलेक्टर परिसर में सरकारी गाड़ी चलाते हुए देखा था. इसके बाद इस फर्जी आईपीएस की सभी पोल खुलकर सामने आ गई.