पाली/मारवाड़ जंक्शन. कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन करीब पिछले एक महीने से चल रहा है. ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों की हालात खराब है. सरकार और स्वयंसेवा संस्थाओं की तरफ से इन तक राशन और खाने के पैकेट भी पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन हर जरुरतमंद तक सहायता नहीं पहुंच पा रही है. इलाके के रानी गांव में एक 8वी क्लास की छात्रा, नेहा भटनागर पुत्री श्रीमती रेखा प्रकाश भटनागर ने अपनी बचत के पैसे गुल्लक से निकाल कर तहसीलदार जितेंद्र सिंह राठौड़ को असहाय गरीबों को खाने के पैकेट बांटने के लिए सौंप दिया.
गुल्लक से कुल 1 हजार पांच सौ 70 रुपये प्राप्त हुए है. तहसीलदार जितेंद्र सिंह ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए उपस्थित चिकित्सकों एवं नर्सिंग कर्मियों एवं नेहा के माता पिता की उपस्थिति में बोलते हुए कहा कि, देश में छात्र-छात्रा ही नहीं हर व्यक्ति इस तरह से बचत कर अपने अपने मोहल्लों में जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए ताकि, कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए.
ये भी पढ़ें: COVID- 19 से लड़ाई तेजः सीएम हाउस बना कोरोना कंट्रोल रूम, हर रोज तीन समीक्षा बैठकें ले रहे गहलोत
उन्होंने नेहा एवं उसके परिवार के सदस्यों को धन्यवाद अर्पित करते हुए सभी लोगों से इसी तरह बचत करने की प्रेरणा लेते हुए सब की सेवा करने की अपील की. छात्रा नेहा ने बताया कि उसकी माता एवं पिता की प्रेरणा से उसके जन्म दिवस पर उसने बचत कर सेवा करने का साहस किया है, जिसे वे निरंतर जारी रखने का प्रयास करेगी. नेहा के पिता प्रकाश भटनागर रानी चिकित्सालय कार्य करते हैं.
ये भी पढ़ें: EXCLUSIVE: कोरोना काल में अब तक जयपुर ट्रैफिक ने जब्त किए 11 हजार वाहन, निलंबित किए जाएंगे चालकों के लाइसेंस
इस अवसर पर बी.सी.एम.ओ डॉ. जितेंद्र पुरोहित, बीसीएमओ डॉ. रमेश चौधरी, चिकित्सालय प्रभारी डॉ. एम.एल मेहता, डॉ. भरत गोमती वाल, डॉक्टर राजकुमार शर्मा, डॉक्टर गजेंद्र सिंह, डॉक्टर अभिजीत जैन ,डॉ सुरेंद्र बंशीवाल एवं समस्त चिकित्सालय नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित रहा.