पाली. जिले के देसूरी क्षेत्र के कोट सोलांकियान के गुडा किटियान में सोमवार को विषाक्त झाड़ी खाने से 35 बकरियों की मौत हो गई. जबकि 8 बकरियों को ग्रामीणों ने देशी इलाज देकर बचाया. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण भी इक्कठा हो गए. ग्रामीणों ने प्रशासन से नियमानुसार मुआवजे की मांग उठाई है.
जानकारी के अनुसार गुडा किटियांन निवासी राम सिंह की पालतू बकरियां सोमवार को एक बेरे पर खेत में चर रही थी. इस दौरान 35 बकरियों ने अरुजिया नामक विषाक्त पेड़ की फलियों का सेवन कर लिया. फलियों के जहर के प्रभाव सभी बकरियों की मौत हाे गई. कोट सोलांकियान में पशु अस्पताल तो हैं, लेकिन डॉक्टरों के पद रिक्त होने के कारण बकरियों काे उपचार नहीं मिल पाया और 35 बकरियों की मौत हो गई.
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सूचना पर पास ही पनोता ग्राम पंचायत के पशु चिकित्सालय से कम्पाउंडर मदन लाल पहुंच कर शेष बकरियों का इलाज किया. ग्रामीणों ने अपने स्तर पर देशी उपचार कर 8 बकरियों की जान तो बचा ली, लेकिन अब बात है पशुपालक को मुआवजा मिलेगा या नहीं. घटना के बाद पंचायत प्रशासन पुलिस चौकी कोट प्रभारी वरद सिंह चौहान मौके पर पहुंचे व पशुपालक राम सिंह एवं अन्य ग्रामीणों ने नियमानुसार मुआवजे की मांग की.