नागौर. जिले के सुदरासन गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में लगे डॉक्टर का तबादला पिछले दिनों बीकानेर में कर दिया गया था. लेकिन ग्रामीण उनका तबादला निरस्त करवाने की मांग पर अड़ गए हैं. जिसको लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को डीडवाना एसडीएम को ज्ञापन देकर डॉक्टर दिनेश कुमार का तबादला निरस्त करने और उन्हें वापस सुदरासन गांव की पीएचसी में लगाने की मांग की है.
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के नाम एसडीएम को दिए ज्ञापन में बताया कि करीब 11 महीने पहले दिनेश कुमार को सुदरासन गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाया गया था. यहां उन्होंने ग्रामीणों का जरूरत पड़ने पर घर-घर जाकर उपचार किया. यहां तक कि कोरोना काल की शुरुआत में जब अस्पताल में भी डॉक्टर मरीजों को देखने से कतराते थे, तब भी डॉक्टर दिनेश ने ग्रामीण इलाके के मरीजों की निःस्वार्थ भाव से सेवा की थी. इसके बावजूद उनका तबादला यहां से करीब 350 किमी दूर बीकानेर में कर दिया गया है.
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इसके अलावा ग्रामीणों का कहना है कि डॉ. दिनेश का तबादला होने के कारण गांव की पीएचसी में डॉक्टर का पद खाली हो गया है. जिसकी वजह से सुदरासन के साथ ही आसपास के ग्रामीणों इलाके के लोगों को चिकित्सा सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीण इलाके के मरीजों को बीमारी की हालत में उपचार के लिए डीडवाना, मौलासर या सीकर जाना पड़ रहा है. इससे समय और धन खर्च होता है. वहीं, कोरोना काल मे आने जाने के साधन की भी बड़ी समस्या रहती है. ऐसे में ग्रामीणों ने एसडीएम को दिए ज्ञापन में मांग की है कि डॉ. दिनेश कुमार का तबादला निरस्त कर वापस सुदरासन गांव के अस्पताल में लगाया जाए, ताकि ग्रामीण इलाके के लोगों को उपचार के लिए भटकना ना पड़े.