नागौर. राज्य सरकार का दावा है कि लॉकडाउन में चोरी-छिपे आने वाले लोगों को रोकने के लिए प्रदेश की सभी सीमाएं सील की गई हैं. जबकि केंद्र सरकार का कहना है कि कल सभी राज्यों को पत्र लिखकर जो मजदूर जहां हैं उन्हें वहीं रोकने के इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं सरकार के इन दावों की पोल मंगलवार देर रात खुल गई. जब आंध्रप्रदेश से प्रवासी मजदूरों को लेकर आ रहा एक ट्रक कच्चे रास्ते पर फंस गया. जिसकी सूचना मिलने पर डीडवाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो सारे मामले का खुलासा हो गया.
इस पर ट्रक और इसमें सवार मजदूरों की जानकारी चूरू पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, आंध्रप्रदेश से 56 मजदूर इस ट्रक में सवार होकर आए थे. इनमें से सात नागौर जिले के और बाकि बीकानेर और चूरू जिले के मजदूर हैं. बीती रात जब कुछ मजदूरों को मड़ाम गांव छोड़कर ट्रक वापस हाइवे की तरफ जा रहा था तो वह कच्चे रास्ते मे फंस गया. जिसकी सूचना मिलने पर डीडवाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी मजदूरों के नाम पते की जानकारी जुटाई. पुलिस ने इन मजदूरों के खाने-पीने का भी इंतजाम करवाया. जिसके बाद डीडवाना के आसपास के सात मजदूरों को कलवानी, खरेश और प्यावां गांव की स्कूलों में क्वारेंटाइन किया गया है. जबकि बाकी मजदूरों को चूरू और बीकानेर के लिए रवाना किया गया है.
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वहीं बीते कुछ दिनों में ट्रक और टैंकरों में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला तेज हो गया है. हालांकि, ट्रक और टैंकर में मजदूरों को लाने वाले चालकों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया जा रहा है. लेकिन फिर भी यह सिलसिला थम नहीं रहा है.